लखनऊ: योगी-राज में यूपी के सरकारी अफसरों में हड़कंप मचा हुआ है. आज एक के बाद योगी के मंत्रियों ने अपने-अपने विभाग के दफ्तर का औचक निरीक्षण किया. सूर्यप्रताप शाही कृषि भवन पहुंचे और वहां अफसरों को नदारद देखकर आगबबूला हो गए. उधर, वक्फ और हज विभाग के राज्य मंत्री मोहसिन रज़ा शिया वक्फ बोर्ड के दफ्तर में पहंचे और अधिकारियों को गायब देखा तो जमकर फटकार लगाई.
लखनऊ में सूर्य प्रताप शाही और मोहसिन रज़ा ने अफसरों और बाबुओं पर रेड डाली तो लेत-लतीफी का आलम चौंकाने वाला था. छोटे कर्मचारियों का क्या कहना, खुद कृषि निदेशालय के जवाइंट डायरेक्टर नदारद थे. 10 बजकर 40 मिनट हो रहे थे लेकिन कृषि निदेशक साहब का दफ्तर सूना पड़ा था. एक-एक विभाग में बिना छुट्टी दर्जन भर लोग नदारद पाए गए.
एक्शन में योगी के मंत्री
मंत्री जी – कहां हैं…
अधिकारी – आए नहीं हैं
मंत्री जी – क्या नाम है इनका?
अधिकारी – सत्येंद्र सिंह
शिया वक्फ बोर्ड के दफ्तर पहुंचे अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहसिन रज़ा को भी वैसा ही आलम नज़र आया. यहां तो 11 में से केवल 8 अधिकारी ही नजर आए. इस पर मोहसिन रजिस्टर देखें.
मोहसिन ने कहा कि लाओ…साइन वाला रजिस्टर लाओ… आपके कहने से चलेगा दफ्तर ? या हमारी सरकार जो चलेगा. हमारे मुख्यमंत्रीजी जो कहेंगे वैसे चलेगा ? रजिस्टर लाइए…जिसमें साइन करते हैं. रजिस्टर रखिए अपने पास. जनता का दर्द होना चाहिए. बार-बार हमारी सरकार कह रही है. इसको खोलिए जरा…इसको खोलिए…ये रिकॉर्ड रूम खोलिए… पूरे यूपी के कोने-कोने से लोग यहां आते हैं.
मोहसिन रज़ा ने आगे रिकॉर्ड मांगते हुए कहा कि ये सारे रिकॉर्ड हैं वक्फ बोर्ड के…वक्फ की संपत्तियों के बड़े अहम रिकॉर्ड्स हैं और जिस पर इतना हंगामा चल रहा है, यहां कोई कितना सीरियस है…आप देख लीजिए. अहम रिकॉर्ड हैं…इसमें हजारों करोड़ की संपत्तियां है. इस तरह से लाइट जल रही है…शॉर्ट सर्किट हो जाए तो सब भस्म हो जाएगा. मंत्री ने वक्फ बोर्ड की फाइलों की हालत और गंदगी को लेकर फटकार लगाई.
सूर्य प्रताप शाही के ‘रेड’ की पूरी कहानी
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही पूरी तैयारी के साथ कृषि भवन पहुंचे थे. उन्होंने प्रधान सचिव को सुबह सवा नौ बजे अपने घर बुलाया लिया था लेकिन ये नहीं बताया था कि जाना कहां है. सुबह साढ़े नौ बजे वो कृषि भवन के लिए निकले. अंदर जाकर उन्होंने गेट पर ताला लगवा दिया ताकि देरी से आने वाले कर्मचारी अंदर दाखिल ना हो सकें. कुछ कर्मचारियों ने दीवार फांदकर अंदर घुसने की कोशिश की. मंत्री जी ने पाया कि 20 से 25 फीसदी कर्मचारी नदारद थे. उन्होंने सबका एक दिन का वेतन काटने का आदेश दे दिया. अधिकारियों को वार्निंग लेटर जारी किया गया है.
शिया वक्फ बोर्ड का हाल
दूसरी तरफ, मोहसिन रज़ा ने पाया कि शिया वक्फ बोर्ड को दफ्तर में 16 या 17 लोगों की टीम में से सारे नदारद थे. पंखे और लाइट चालू थे लेकिन पूरे दफ्तर में दो अर्दली ही मौजूद थे. जो लोग आए भी वो उनके आने की खबर सुनकर आनन-फानन में पहुंचे.
अंदर की बात
अंदर की बात ये है कि यूपी में प्रधानमंत्री मोदी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपना रोल मॉडल बनाया है और योगी के नक्शेकदम पर यूपी के मंत्री भी चलने लगे हैं. चूंकि योगी आदित्यनाथ खुद आधी रात तक काम कर रहे हैं, इसलिए उनके मंत्रियों ने भी अपने-अपने विभागों का टाइम टेबल दुरुस्त करना शुरू कर दिया है. मंत्रियों के पास कोई रास्ता भी नहीं है, क्योंकि योगी खुद उनके विभागों से रिपोर्ट ले रहे हैं और मंत्रियों को ये मालूम हो गया है कि अफसरों और कर्मचारियों की लापरवाही उनकी सेहत के लिए भी हानिकारक हो सकती है.