नई दिल्ली: केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल का एक वीडियो वायरल हुआ है. इस वीडियो में पीयूष गोयल यूपी पॉवर कॉरपोरेशन के अधिकारियों को सुधर जाने की हिदायत देते नजर आ रहे हैं. बिजली विभाग के अफसरों को फटकार लगाते हुए गोयल ने रिश्वत न लेने और ठेकेदारों से साठ-गांठ खत्म करने की हिदायत दी. उनके साथ यूपी के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा भी नजर आए.
क्या कहा गोयल ने ?
यूपीपीसीएल की मीटिंग में पीयूष गोयल ने कहा हम लोगों को दिखाना चाहते हैं कि हम काम करने आए हैं. हम सब इस काम को एक मिशन के रूप में कर रहे हैं. ये संवेदना से करने वाला काम है. एक-एक वो गरीब जिसके घर में बिजली नहीं पहंची है.
विद्युत विभाग में अगर एक भी व्यक्ति ने एक रुपए की भी रिश्वत ली, या फिर चाय भी पी किसी की, उनपर कार्रवाई होगी और सबसे कड़ी कार्रवाई होगी. कानून का हर प्रावधान उनके ऊपर लगेगा और अगर कोई कॉन्ट्रैक्टर के साथ मिलीभगत किसी की रिश्तेदारी में कॉन्ट्रैक्ट पुराना कुछ भी हिसाब-किताब चल रहा है. उसको मेहरबानी करके तुरंत खत्म करो. अगर कोई इस नई व्यवस्था में नहीं काम कर सकता है. सोमवार की सुबह इस्तीफा देकर अपने घर चले जाओ.
गोयल ने आगे कहा कि कोई दिक्कत नहीं है सोमवार की सुबह तक ये मैसेज सब जगह तक दे दो अगले एक हफ्ते के अंदर जितने लोगों को नई व्यवस्था में काम करने में किसी भी प्रकार की कठिनाई हो कोई भी…बड़े से बड़ा व्यक्ति…मैसेज चला जाए. ये एक हफ्ता है जिसमें इस्तीफा देकर इज्जत से चले जाएं. उसको पेंशन मिल जाएगी, जो भी सरकारी व्यवस्था है उसके हिसाब से और अपनी आदतें बदल लें, अपने खर्चे बदल लें.
गोयल ने कहा कि ये मैं लाइन्समैन के लिए कह रहा हूं, इंस्पेक्टर के लिए कह रहा हूं, क्वालिटी चेकर्स के लिए कह रहा हूं, कॉन्ट्रैक्टर्स के लिए कह रहा हूं, जिसको नई व्यवस्था में काम करने में तकलीफ है. वह इस्तीफा देने और जाने के लिए आजाद है. किसी कॉन्ट्रैक्टर को लगता है कि इस नई व्यवस्था से नहीं जुड़ सकते हैं. वो बात कर ले और टर्मिनेशन ऑर्डर दो और उसे बाहर करो.
ऊर्जा मंत्री ने क्यों लगाई क्लास ?
दरअसल केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल यूपी के पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन के दफ्तर में सरप्राइज विजिट पर पहुंचे थे. इसी दौरान उन्होंने अधिकारियों की ये मीटिंग ली. इस बैठक में यूपी के ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा भी मौजूद थे. उन्होंने इस मीटिंग में कहा कि बिजली विभाग में भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी.
इस बैठक के बाद सोमवार को यूपी के बिजली विभाग में बड़ा फेरबदल किया गया है. डिस्कॉम के चारों एमडी को हटा दिया गया है. इनकी जगह नए अधिकारियों को एमडी बनाया गया है.
अंदर की बात
अंदर की बात ये है यूपी में बिजली विभाग की सेहत सुधारना केंद्र सरकार की प्राथमिकता में है. जनवरी 2016 तक 53 हजार करोड़ के घाटे में डूबी यूपी की बिजली वितरण कंपनियों को पटरी पर लाना और गरीबी रेखा से नीचे के परिवारों को मुफ्त कनेक्शन देने का वादा पूरा करना आसान नहीं है, इसलिए श्रीकांत शर्मा के मार्गदर्शक के रूप में पीयूष गोयल ने खुद मोर्चा संभाल लिया है. पीयूष गोयल ने श्रीकांत शर्मा को बगल में बिठाकर यूपी के बिजली विभाग के अफसरों को इसलिए फटकार लगाई, ताकि उन्हें ये समझ में आ जाए कि यूपी की बिजली पर केंद्र सरकार की भी पैनी नजर है.