नई दिल्ली: अब विदेशी मीडिया में भारत विरोधी रूख का करारा जवाब देने के लिए भारतीय मीडिया भी तैयार रहेगी. बताया जा रहा है कि विदेशी मीडिया में भारत विरोधी रूख का मुकाबला करने और देश के नजरिए से घटनाक्रमों को रिपोर्ट करने के लिए प्रसार भारती एक हाई-टेक डिजिटल मंच तैयार करने की योजना बनाने पर विचार कर रही है.
खबरों की मानें, तो प्रसार भारती बोर्ड ने हाल ही में एक नए वेब-आधारित मंच तैयार करने की अनुशंसा करने वाली एक रिपोर्ट को अपनी स्वीकृति प्रदान की है, जो आकाशवाणी और दूरदर्शन के डिजिटल प्लेटफॉर्म से बिलकुल अलग होगा. आपको बता दें कि आकाशवाणी और दूरदर्शन के अधिकतर कार्यक्रम देश के भीतर के लोगों को ध्यान में रखकर पेश किये जाते हैं.
पीटीआई की खबर के मुताबिक, प्रसार भारती ने इस प्रस्ताव को सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू के पास भेज दिया है. यह डिजिटल मंच वैश्विक स्तर पर राष्टीय हित की पैरवी करेगा.
प्रसार भारती के प्रमुख सूर्य प्रकाश ने पीटीआई से कहा कि भारत सबसे तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था है और यहां शासन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कदम उठाए गए हैं. ये सरकारों के लिए टेंप्लेट की तरह हो सकता है. हमे इस पश्चिमी देशों की मीडिया के मुकाबले अच्छे तरीके से पेश करने की आवश्यक्ता है.
इस नए डिजिटल मंच का उद्देश्य वैश्विक जनमत निर्माताओं, विश्व स्तर के प्रभावशाली लोगों, भारतीय प्रवासी समुदाय, वैश्विक शिक्षाविदों और थिंकटैंक तक पहुंचना है.
बताया जा रहा है कि इस नए डिजिटल मंच को तैयार करने और संचालित करने में करीब 75 करोड़ रूपये की आवश्यक्ता होगी.
इसके अलावा इस मंच का उद्देश्य है कि दुनिया में भारत को लेकर जो स्टीरियोटाइप्स हैं, उनका करारा जवाब देना. विदेशी मीडिया में भारत की गलत छवि पेश की जाती है, अगर इस नए डिजिटल मंच को सरकार की स्वीकृति मिल जाती है, तो ये विदेशी मीडिया के प्रोपगेंडा को करारा जवाब मिलेगा.
अक्सर ऐसा देखा जाता है कि विदेशी मीडिया में भारत विरोधी चीजें फैलाई जाती हैं, अफवाहें फैलाई जाती हैं. इसलिए इसे रोकने और भारत के आवाज को सही से दुनिया तक पहुंचाने के लिए ही प्रसार भारती ने ये मसौदा तैयार किया है.
खास बात ये है कि इस नए डिजिटल प्लटफॉर्म पर फ्लैगशिप प्रोग्राम होंगे, जिसे पॉपूलर एंकर द्वारा होस्ट किया जाएगा. ये पहले तो इंग्लिश भाषा में होगी, मगर बाद में इसे स्पैनिश और चीनी भाषा में भी डेवलप किया जाएगा.