मुंबई: देश में कुछ दिनों से ऐसी अफवाहें उड़ रही थीं कि दस का सिक्का बंद हो चुका है और कई नकली सिक्के भी आ गए हैं. इस पर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने सफाई देते हुए कहा है कि दस रुपए का सिक्का मना करने वालों पर राजद्रोह का केस हो सकता है
आरबीआई ने कहा कि चाहे कोई भी सिक्का हो सभी सिक्के चलन में हैं और कोई भी सिक्का अमान्य नहीं है.. सिक्कों के डिजाइन इसलिए अलग हैं क्योंकि यह अलग-अलग समय पर जारी किए गए हैं.
बैंक का कहना है कि बाजार में चल रहे दस के सिक्कों में अंतर है लेकिन ऐसा नहीं है कि ये मान्य नहीं हैं. शेरावाली की फोटो वाला सिक्का, संसद की तस्वीर वाला सिक्का, बीच में संख्या में ’10’ लिखा हुआ सिक्का, होमी भाभा की तस्वीर वाला सिक्का, महात्मा गांधी की तस्वीर वाला सिक्का सहित अन्य सभी सिक्के चलन में हैं.
आरबीआई ने कहा कि केंद्रीय बैंक ने वक्त पर आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक थीम पर सिक्के जारी किए हैं और सिक्कों में 2011 में रुपये के चिह्न करने के बाद बदलाव आया.
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ऐसी खबरें आ रही थी कि दस के सिक्कों में काफी मात्रा में जाली सिक्के आ चुके हैं. इसके बाद मार्केट में लोग इसे लेने से मना करने लगे. इसे लेकर कई लोगों ने कहा कि दस पत्ती वाला वही सिक्का मान्य है जिसमें 10 का अंक नीचे की तरफ लिखा है और दूसरी तरफ शेर का अशोक स्तंभ अंकित है.
इसके अलावा सरकार की तरफ से जारी किए गए वैध मुद्रा को लेने से मना करने पर राजद्रोह का मामला भी बन सकता है. सूत्र के मुताबिक सिक्का ने लेने पर आईपीसी की धारा 124(1) के तहत मामला दर्ज हो सकता है.