रामपुर : समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां गाय पालने से इतना डर गए हैं कि उन्होंने करीब डेढ़ साल पहले गोवर्धन पीठ के शंकराचार्य स्वामी अधोक्षजानंद से गिफ्ट में मिली गाय लौटा दी है. आजम खान ने गाय और बछिया लौटाते हुए एक पत्र भी लिखा है.
आजम खान ने शंकराचार्य से माफी मांगते हुए पत्र लिखा है. जिनमें उन्होंने कहा है कि राजस्थान के अलवर में हुई घटना से लोगों के लिए जिंदगी और मौत का सवाल खड़ा हो गया है. ऐसे में यदि गाय और बछिया के साथ अनहोनी होती है, तो मुस्लिम और इंसानियत की दुश्मन ताकतों को बेगुनाहों के कत्लेआम का बहाना मिल जाएगा. इसलिए मैं आपके द्वारा उपहार स्वरुप दी गई गाय को क्षमायाचना के साथ वापिस भिजवा रहा हूं.
आजम खान ने कहा कि राजस्थान में जिन मुस्लिमों पर कथित गौरक्षकों ने हमला किया था वो अलवर से गाय खरीदकर पालने के लिए ले जा रहे थे. हमले में पहलू खान नाम के एक शख्स की मौत हो गई थी. उन्होंने यह भी कहा कि इससे मुस्लिमों को गाय न पालने का संदेश दिया जा रहा है. आजम खान ने आरोप लगाया कि देश में मुसलमानों की हालत बद से बदतर हो गई है. इससे बेहतर तो गुलामों की जिंदगी होती है. उन्होंने राज्य सरकार पर दोहरी राजनीति का आरोप भी लगाया है.
उन्होंने राज्य सरकार पर कटाक्ष करते हुए आरोप लगाया कि प्रदेश में वीवीआईपी को मांस का सेवन करने की इजाजत है. लेकिन आम लोगों को बेवजह परेशान किया जा रहा है और यहां तक कि उनका सफाया कर दिया जा रहा है.
बता दें कि शंकराचार्य अधोक्षजानंद ने अक्टूबर 2015 में आजम खान को काले रंग की यह गाय गिफ्ट की थी, जब उन्होंने अपनी डेयरी में एक गाय रखने की इच्छा जतायी थी. तभी से यह गाय और उसका बछड़ा आजम खान के तबेले में पल रही थी.