महाराजगंज: यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संगठन हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने महाराजगंज जिले में कथित धर्मांतरण पर जमकर हंगामा किया और वहां चल रही प्रार्थना सभा को भी रुकवा दिया. संगठन का आरोप है कि ईसाई मशीनरियों द्वारा यहां के चर्च में स्थानीय लोगों कों गुमराह कर उनका धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था. वहीं चर्च ने आरोपों को गलत बताया है.
मामला महाराजगंज के कोठीभार क्षेत्र के बीजापार गांव का है. महराजगंज जिला की सबसे पुरानी चर्च में आस-पास के तकरीबन 150 लोग के साथ 9 अमेरिकी नागरिक प्रार्थना करा रहे थे. इस दौरान हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता वहां आ पहुंचे और जबरन धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए खूब बवाल किया. बवाल के चलते प्रार्थना सभा को बीच में ही रोक दिया गया. आरोप है कि प्रार्थना सभा की आड़ में यहां धर्म परिवर्तन का खेल हो रहा था.
संगठन के हंगामे के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. इस संबंध में हिंदू युवा वाहिनी ने शिकायत भी दर्ज कराई है. पुलिस ने चर्च में मौजूद स्थानीय लोगों और अमेरिकी नागरिकों से भी बात की. टूरिस्ट्स को उनके कागजात देखकर पुलिस ने छोड़ दिया है. संगठन ने चेतावनी दी है कि अगर संचालक के खिलाफ इस बार कार्रवाई नहीं की गई तो सीधे मुख्यमंत्री योगी से शिकायत करेंगे.
उधर चर्च संचालक ने धर्मांतरण के आरोपों को नकारा है. संचालाक ने बताया कि हम लोग गुड फ्राइडे ईस्टर के लिए प्रार्थना कर रहे थे. वहीं, प्रार्थना सभा में विदेशियों के शामिल होने के सवाल पर उन्होंने बताया कि ये विदेशी हमारे पारिवारिक मित्रगण हैं. जब ये दिल्ली आए तो सीमापुरी थाने के एचएसओ को प्रार्थना पत्र देकर बता दिया गया था कि वे आध्यात्मिक बैठक में भाग लेने भारत आए हुए हैं.