नई दिल्ली: गुरुवार को संसद के दोनों सदनों में विपक्ष ने राजस्थान के अलवर में गौरक्षरकों द्वारा एक मुस्लिम व्यक्ति की पिटाई कर मार दिये जाने का मुद्दा उठाया. कांग्रेस नेताओं ने सरकार से मांग की वो इस मामले में न्याय का वादा करे.
जहां कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने लोकसभा में इस मुद्दे को उठाया और वहीं उन्हीं के पार्टी के मधुसूदन मिस्री ने राज्य सभा में इस मुद्दे को उठाया. कांग्रेस ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्यवाई की मांग की .
हालांकि, इसके जवाब में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को लोकसभा में आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार यह सुनिश्चित करती है कि राजस्थान के अलवर में गौरक्षकों द्वारा एक मुस्लिम व्यक्ति की निर्ममता से पिटाई की घटना में न्याय होगी.
मिस्री ने कहा कि स्वघोषित गौरक्षक गाय की रक्षा करने के नाम पर लोगों को मार रहे थे. ये गौरक्षक दल ऐसा व्यवहार कर रहे थे, जैसे इन्हें किसी ने संवैधानिक अधिकार दे दिये हों. वे ट्रक चेक कर रहे थे कि उसमें गाय है या नहीं. अगर उसका मालिक हिंदू होता, तो वो उसे जाने देते थे.
आगे उन्होंने कहा कि इस तरह के संगठित गैंग फिलहाल मध्य प्रदेश, गुजरात और उत्तर प्रदेश में मौजूद हैं. ये लोग पूरी तरह से राज्य व्यवस्था और संवैधानिक तंत्र की धज्जियां उड़ा रहे हैं.
हालांकि, राजनाथ सिंह ने कहा कि राज्य सरकार ने मामले का संज्ञान ले लिया है. मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है और कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है. केंद्र अपनी तरफ से पूरी कोशिश करेगा कि मामले में न्याय हो.
इससे पहले खड़गे ने सदन में मामला उठाते हुए कहा था कि कानून को हाथ में लेना सही नहीं है. यह एक गंभीर मामला है. यह लगातार ऐसी पांचवीं घटना है.
इस मामले पर लोकसभा के उप सभापति पी.जे कुरियन ने सरकार से कहा कि वो सदन को इसकी रिपोर्ट समिट करे, ताकि इस मामले का संज्ञान लिया जाए.
आपको बता दें कि कुछ दिनों पहले राजस्थान के अलवर में गौरक्षकों द्वारा एक 50 साल के मुस्लिम शख्स पहलू खान की बुरी तरह से पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी.