नई दिल्ली: एअर इंडिया स्टाफ से मारपीट के आरोपी शिवसेना सांसद रवींद्र गायकवाड़ बुधवार को चार्टर्ड प्लेन से दिल्ली पहुंते . सूत्रों के मुताबिक, 7 एयरलाइन्स की नो फ्लाई लिस्ट में डाले जाने के बाद भी वह प्लेन से सफर करने पर अड़े थे.
खबर के अनुसार पिछले दिनों उन्होंने एअर इंडिया में 5, इंडिगो और स्पाइस जेट एक-एक बार टिकट बुक करने की कोशिश की, लेकिन हर बार कैंसल कर दी गई. फिर सांसद ने चार्टर प्लेन से जाने का फैसला किया. हालांकि इस बात का पता नहीं चला है कि प्लेन किसका था और गायकवाड़ दिल्ली में कहां पहुंचे हैं.
इस विवाद के बाद गायकवाड़ को कार और ट्रेन में भी सफर करना पड़ा है.- एयरलाइन्स के सूत्रों के मुताबिक, ”कुछ दिन पहले शिवसेना नेता के एक स्टाफ मेंबर ने एअर इंडिया के कॉल सेंटर में फोन करके 29 मार्च को मुंबई-दिल्ली आने वाली फ्लाइट (AI806) में सीट बुक कराने की कोशिश की। फोन करने वाले शख्स ने पैसेंजर का नाम रवींद्र गायकवाड़ बताया था। यह टिकट तुरंत ही कैंसल हो गई. इसके अलावा उन्होंने कई बार टिकट कराने की कोशिश की लेकिन इसके बावजूद उनकी टिकट नहीं बुक की गई.
क्या है मामला?
गायकवाड़ पर 23 मार्च को एअर इंडिया के स्टाफर को 25 बार सैंडिल मारने का आरोप है. खुद उन्होंने मीडिया के सामने इसे कबूल भी किया था. माफी मांगने के सवाल पर उन्होंने कहा था, “मैं माफी नहीं मांगूगा, गलती मेरी नहीं उनकी है, माफी उन्हें मांगनी चाहिए.
क्या कहते हैं नियम?
एयर एक्ट 1972 के चैप्टर-4 के तहत एयरलाइन्स किसी को भी टिकट देने से मना कर सकती है। एयरक्राफ्ट रुल्स 1937 का नियम-22 और 23 रोक को सही ठहराता है। क्या होती है नो-फ्लाई लिस्ट? दुनिया के कई देशों में यह सिस्टम है जिसमें बदसलूकी या हिंसा करने वाले एयर पैसेंजर्स को इस लिस्ट में डाल दिया जाता है. इस लिस्ट में आने के ये मायने हैं कि आप दोबारा उस एयरलाइन से ट्रैवल नहीं कर सकते. यह बैन आप पर हमेशा के लिए या कुछ साल या महीनों के लिए हो सकता है. यूएस में अगर कोई नो-फ्लाई लिस्ट में है तो उसके बारे में एयरलाइन्स को अपने आप अलर्ट कर दिया जाता है.