मुंबई. उत्तर प्रदेश में किसानों का कर्ज माफ होने के बाद अब बाकी राज्यों में भी इसकी मांग उठने लगी है. खासकर जिन राज्यों में बीजेपी की सरकार है. महाराष्ट्र विधानसभा में शिवसेना विधायक प्रताप सरनाइक ने इस मुद्दे को उठाया है.
उन्होंने कहा कि जब उत्तर प्रदेश में योगी सरकार इतने कम समय में किसानों का कर्ज माफ करने का फैसला कर सकती है तो महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री क्यों नहीं.
उनके इस सवाल के जवाब में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने कहा कि हम उत्तर प्रदेश की सरकार के इस फैसले का हम अध्ययन करेंगे जब रिपोर्ट आ जाएगी तो हम इस आधार पर फैसला करेंगे.
शिवसेना के अलावा एनसीपी ने भी महाराष्ट्र सरकार से किसानों का कर्ज माफ करने का ऐलान किया है. महाराष्ट्र के अलावा राजस्थान में भी ऐसी मांग उठ रही है. हालांकि केंद्र सरकार पहले ही कह चुकी है कि वह किसी भी राज्य को इस मामले में मदद नहीं करेगी.
किसानों के कर्ज माफी का ऐलान पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी विधानसभा चुनाव में कर चुके हैं. योगी सरकार के इस फैसले के बाद उन पर भी दबाव बढ़ता जा रहा है. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पहले ही योगी सरकार के इस कदम का स्वागत कर चुके हैं.
वहीं पंजाब में शिरोमणि अकाली दल ने भी योगी सरकार की तारीफ की है. पार्टी के प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि यूपी सरकार ने अपने चुनावी वादे को पूरा किया है. उसके फैसले की तारीफ होनी चाहिए.
गौरतलब है कि योगी सरकार ने मंगलवार को हुई कैबिनेट की पहली बैठक में प्रदेश के ढाई करोड़ किसानों का 1 लाख रुपए तक कर्ज माफ करने का ऐलान किया है. इस फैसले से राज्य सरकार के खजाने पर 36 हजार करोड़ रुपए का बोझ आएगा.
इसके अलावा किसानों को बड़ी राहत देते हुए 80 लाक मीट्रिक टन गेहूं खरीदने का भी फैसला किया है. जिसके लिए 5 हजार क्रय केंद्र बनाने का प्रस्ताव है. जिनकी निगरानी खुद सीएम योगी करेंगे.