नई दिल्ली: मंगलावार का दिन देश के किसानों के लिए काफी अच्छा रहा. एक तरफ सुबह मद्रास हाईकोर्ट ने तमिलनाडु सरकार को सूखा से प्रभावित किसानों का कर्ज माफ करने के लिए कहा वहीं दूसरी तरफ उत्तरप्रदेश में भी किसानों की कर्जमाफी का ऐलान किया गया.
इसके बाद रात तक महाराष्ट्र में भी किसान कर्जमाफी के संकेत मिलने लगे. सूत्रों की मानें तो महाराष्ट्र भाजपा सरकार किसानों की कर्जमाफी पर विचार कर रही है. बता दें कि सूबे की भाजपानीत फडणवीस सरकार ने पांच साल में किसानों का कर्जमाफ करने का वादा किया है लेकिन यूपी में किसान कर्जमाफी के बाद इस पर विपक्ष काफी जोर डाल रही है.
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहली कैबिनेट पर कल कई अहम मद्दों पर चर्चा हुई. करीब डेढ़ घंटे तक चली इस बैठक में किसानों के कर्जमाफी को लेकर बड़े फैसले लिए गए. योगी सरकार ने किसानों को बड़ा तोहफा देते हुए 1 लाख रुपए तक के कर्ज माफ करने का फैसला किया है. करीब 86 लाख किसानों का एक लाख रुपए तक का कर्ज माफ किया जाएगा, हालांकि इस फैसले से सरकार पर 36 हजार करोड़ का बोझ आ गया है.
इसके अलावा यांत्रिक बूचड़खानों पर भी योगी सरकार ने रोक लगा दी है. योगी सरकार की पहली कैबिनेट बैठक के बाद यूपी सरकार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की. इस कॉन्फ्रेंस में योगी सरकार ने कैबिनेट मीटिंग में लिए गए महत्वपूर्ण फैसलों को सबके सामने रखा.
किसी हाई कोर्ट ने पहली बार कर्ज माफ करने के लिए कहा-
मंगलवार सुबह मद्रास हाई कोर्ट ने तमिलनाडु सरकार को सूखा प्रभावित क्षेत्रों के किसानों के कर्ज माफ करने का आदेश दिए. बता दें कि किसी हाई कोर्ट द्वारा कर्जमाफ करने के आदेश का यह पहला मामला है.