नई दिल्ली : दिल्ली में एमसीडी चुनाव के लिए नामांकन तो आज खत्म हो गया, लेकिन टिकट बंटवारे को लेकर तीनों पार्टियों में जो घमासान छिड़ा, उसका असर दिल्ली की राजनीति में दूर तक पड़ना तय है. आम आदमी पार्टी के विधायकों के बाद आज दिल्ली में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की बगावत खुलकर सामने आई.
नगर निगमों के चुनाव देखने में तो छोटे होते हैं, लेकिन जमीनी राजनीति में उनका असर बहुत बड़ा होता है. दिल्ली के एमसीडी चुनाव में बड़े राजनीतिक उलटफेर की शुरुआत भी हो चुकी है.
एमसीडी चुनाव में आज नामांकन का आखिरी दिन था. दिल्ली-कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने उम्मीदवारों की लिस्ट रविवार को घोषित कर दी थी, जिसका नतीजा सोमवार को कांग्रेस में बड़े पैमाने पर बगावत के रूप में सामने आया है.
दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधानसभा के पूर्व डिप्टी स्पीकर अंबरीष गौतम ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी का झंडा उठा लिया. 1993 से 2013 तक लक्ष्मीनगर से विधायक और शीला दीक्षित सरकार में मंत्री रहे डॉक्टर एके वालिया ने भी कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हारून यूसुफ, अरविंदर सिंह लवली और जयप्रकाश अग्रवाल भी एमसीडी चुनाव में अपनी अनदेखी से नाराज़ हैं. वहीं बीजेपी के लिए भी एमसीडी चुनाव में टिकटों का बंटवारा बवाल से कम नहीं था. बीजेपी उम्मीदवारों की लिस्ट नामांकन खत्म होने के चार घंटे पहले तक अटकी रही.
आखिर एमसीडी चुनाव के बीच दिल्ली कांग्रेस में बगावत क्यों? क्या एमसीडी के नतीजों से दिल्ली में राजनीति बदलेगी? आज इन्हीं सवालों पर होगी बड़ी बहस.