Advertisement

उत्पीड़न के खिलाफ हाई कोर्ट की शरण में पहुंचे 200 CISF जवान

बेंगलुरु के केम्पे गोडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर सुरक्षा में तैनात 200 जवानों ने उत्पीड़न के खिलाफ कर्नाटक हाई कोर्ट पहुंच गए हैं. जवान खराब खाने, कठिन परिस्थितियों में काम करने और अलाउंसेज का वेतन नहीं मिलने की शिकायतों को हाईकोर्ट पहुंचे हैं.

Advertisement
  • April 3, 2017 3:42 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
बेंगलुरु : बेंगलुरु के केम्पे गोडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर सुरक्षा में तैनात 200 जवानों ने उत्पीड़न के खिलाफ कर्नाटक हाई कोर्ट पहुंच गए हैं. जवान खराब खाने, कठिन परिस्थितियों में काम करने और अलाउंसेज का वेतन नहीं मिलने की शिकायतों को हाईकोर्ट पहुंचे हैं. इससे पहले ये जवान प्रधानमंत्री को चिट्ठी लिखकर अपनी परेशानियों से अवगत करा चुके है.
 
केम्पे गोडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर खराब व्यवस्थाओं को लेकर सीआईएसएफ कर्मियों का आरोप है कि खाने का स्टैंडर्ड बेहद खराब है. हमारी शिफ्ट्स में कोई ब्रेक नहीं होता. हमें घर नहीं मिलता है और ट्रांसपोर्ट अलाउंस भी नहीं मिलता है. सीनियर्स द्वारा दुर्व्यवहार होता है और मनमाने ढंग से सैलरी भी काट ली जाती है.
 
बता दें कि गृह मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार बीते 3 सालों में 344 अर्ध सैनिक बलों के जवानों ने आत्महत्या की है. इनमें से 15 लोगों ने इस साल के शुरुआती तीन महीनों में ही इस घटना को अंजाम दिया. आत्महत्या करने वाले जवानों में से 53 जवान सीआईएसएफ के थे. साथ ही 25 मामले ऐसे रहे हैं, जिसमें जवानों ने अपने ही सहकर्मियों की हत्या कर दी या फिर उन पर फायरिंग कर दी. वहीं इसी साल जनवरी में केम्पे गोडा इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर एक जवान ने अपनी ही सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली थी.

Tags

Advertisement