नई दिल्ली: चुनाव आयोग ने पंजाब विधानसभा चुनाव में ईवीएम मशीनों में छेड़छाड़ के दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आरोपों पर रविवार को जवाब दिया है. आयोग ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि ईवीएम से छेड़खानी नहीं हो सकती. साथ ही चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी को कहा है कि पंजाब विधानसभा चुनाव में पार्टी को हार का मुंह देखना पड़ा, इसके लिए खुद आत्ममंथन करें और बार-बार ईवीएम को दोष न दें.
दरअसल, आम आदमी पार्टी के आरोप के बाद चुनाव आयोग ने रविवार को छह पन्नों की चिट्ठी लिखकर जवाब भेजा है. अपने जवाब में चुनाव आयोग ने विस्तार से बताया है कि ईवीएम मशीनों से क्यों छेड़छाड़ संभव नहीं है. चुनाव आयोग ने कहा है कि ईवीएम के सफल संचालन के लिए व्यापक तकनीक और प्रशासनिक उपाय किये हैं.
गौरतलब है कि पंजाब विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद आम आदमी पार्टी ने ईवीएम मशीनों के साथ छेड़छाड़ का आरोप
लगाया था. इस चुनाव में आम आदमी पार्टी को 20 सीटों से संतोष करना पड़ा था. इस चुनाव में आप ने ईवीएम के नतीज़डों और वीवीपीएटी से निकले पर्चियों के मिलान करने को कहा था. मगर इस पर चुनाव आयोग ने साफ कर दिया था कि इसके लिए आप को कोर्ट का दरवाजा खटखटाना होगा.
अपने जवाब में चुनाव आयोग ने लिखा है कि चुनाव परिणाम सार्वजनिक किये जाने के बाद किसी तरह की गड़बड़ी के लिए सिर्फ़ कोर्ट में याचिका दायर की जा सकती है. साथ ही यह भी लिखा है कि मशीन को जिला निर्वाचन अधिकारी के देख-रेख में रखा जाता है.
इसके अलावा चुनाव आयोग ने केजरीवाल को इस बात के लिए भी अगाह किया है कि ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर बार-बार सुप्रीम कोर्ट का संदर्भ न लें.
आपको बता दें कि पिछले दिनों मध्य प्रदेश में ईवीएम मशीन में गड़बड़ी का मामला सामने आया था, जिसके बाद से कांग्रेस और आप ने चुनाव आयोग और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा था. साथ ही इस मामले को लेकर सीएम केजरीवाल ने चुनाव आयुक्त से मुलाकात कर जांच की मांग की थी.