लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार्यभार संभालते ही एक्शन मोड में आ गए हैं, उन्होंने अधिकारियों से 45 दिन के भीतर गोमती रिवरफ्रंट घोटाले की जांच रिपोर्ट मांगी है.
रिवरफ्रंट की जांच का औपचारिक ऐलान जल्द हो सकता है. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है. पिछले सप्ताह ही योगी आदित्यनाथ ने रिवरफ्रंट अधिकारियों और इस प्रोजेक्ट से जुड़े लोगों की क्लास ली थी.
योगी ने क्लास लेते वक्त अधिकारियों से पूछा था की गोमती का पानी गंदा क्यों हैं ? क्या सभी पैसे पत्थरों पर लगा दिए हैं ? प्रोजेक्ट की लागत इतनी कैसे हुई ? इस कॉस्ट को संशोधित करने के लिए कहते हुए उन्होंने कहा की मई तक गोमती का पानी साफ हो जाना चाहिए. इस प्रोजेक्ट से जु़डे अधिकारियों पर कार्रवाई भी हो सकती है.