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MP के भिंड में EVM में गड़बड़ी की खबरों के बीच DM और SSP समेत 19 का ट्रांसफर

मध्य प्रदेश के VVPAT मशीनों में फर्जीवाडे के मामले में नया खुलासा सामने आने के बाद प्रशासन ने चुनाव आयोग के आदेश पर भिंड के जिलाधिकारी और एसएसपी समेत 19 अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया है. हालांकि चुनाव अधिकारी ने गड़बड़ी की खबरों को खारिज किया है.

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  • April 1, 2017 10:38 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
ग्वालियर : मध्य प्रदेश के VVPAT मशीनों में फर्जीवाडे के मामले में नया खुलासा सामने आने के बाद प्रशासन ने चुनाव आयोग के आदेश पर भिंड के जिलाधिकारी और एसएसपी समेत 19 अधिकारियों का ट्रांसफर कर दिया है. हालांकि चुनाव अधिकारी ने गड़बड़ी की खबरों को खारिज किया है.
 
वहीं इससे पहले खबरें आ रही थी कि मध्य प्रदेश के भिंड में VVPAT (वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल) के डेमो के दौरान वोटिंग मशीन का कोई भी बटन दबाने पर हर बार बीजेपी को ही वोट गई और कमल के फूल का प्रिंट निकला. अब मामले में इलेक्शन कमीशन ने रिपोर्ट मांगी है. इस दौरान जब वहां मौजूद पत्रकारों ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी सालीना सिंह से सवाल किया तो उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि खबर छापी तो जेल भिजवा दूंगी. 
 
क्या होती है VVPAT मशीन ?
 
वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट मशीन मतलब आपने किसको वोट दिया उसे चेक करने का तरीका. VVPAT एक छोटी मशीन होती है जो EVM से जुड़ी होती है. वोट डालने के बाद मशीन से एक पर्ची निकलती है जिसपर आपने किसे वोट दिया ये चेक कर सकते हैं. 10 सेकंड बाद वो स्लीप एक सील्ड बॉक्स में चली जाती है. सील्ड बॉक्स से स्लिप को सिर्फ पोंलिंग ऑफिसर ही चेक कर सकता है. ये मतगणना के समय क्रास चेक करने के काम आती है.
 
पहली बार साल 2014 के  आम चुनाव में ये पहली बार प्रयोग में लाई गई थी. इस बार गोवा की सभी सीटों पर VVPAT का चुनावों में प्रयोग हुआ. इसके अलावा यूपी, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर में कुछ सीटों पर VVPAT का इस्तेमाल किया गया. 
 
बता दें कि मध्य प्रदेश की अटेर और बांधवगढ़ विधानसभा सीट के लिए 9 अप्रैल को उपचुनाव होना है. दोंनों विधानसभा सीटों पर चुनाव VVPAT मशीन से होने हैं. इस मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने पर EVM मशीन में गड़बड़ी वाले इस खबर पर कांग्रेस सक्रिय हो गई है. कांग्रेस का एक प्रतिनिधी मंडल ने चुनाव आयोग से मुलाकात करने का फैसला किया है.
 
इस मामले पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीटर पर लिखा है कि दिल्ली में इस तरह चुनाव नहीं हो सकते. असम और मध्य प्रदेश में ईवीएम केवल बीजेपी को वोट कर रही हैं. यह तकनीकी गड़बड़ी नहीं हो सकती. वहीं आरजेडी चीफ लालू प्रसाद यादव ने इस मामले को गंभीर बताते हुए इसके उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. 
 
बता दें कि उत्तर प्रदेश में करारी हार के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती ने ईवीएम मशीनों पर सवाल उठाए थे. उन्होंने यूपी इलेक्शन में हार के बाद कहा कि चुनाव जनता ने नहीं, ईवीएम ने हराया है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 325 सीट जीतकर भी बनावटी मुस्कराहट से साफ होता है कि चुनाव धांधली कराकर जीता है.

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