लखनऊ: योगी राज में पहली बार किसी मंत्री पर हत्या के आरोपियों को मदद करने का गंभीर आरोप लगा है. यूपी के कौशाम्बी में एक बेटी मीनू यादव ने मुख्यमंत्री को अपने खून से चिट्ठी लिखी है और योगी आदित्यनाथ के राज्यमंत्री रणवेंद्र प्रताप उर्फ धुन्नी सिंह पर आरोपियों की मदद का आरोप लगाया है.
मीनू यादव ने सीएम योगी को लिखे अपने खत में कहा है कि अगर उसे इंसाफ नहीं मिला तो वो आत्मदाह कर लेगी और इसके लिए जिम्मेदार योगी सरकार होगी. दरअसल मीनू यादव के छोटे भाई रविन्द्र की आठ मार्च को हत्या हुई. परिवार का आरोप है कि उसकी ऑनर किलिंग हुई है. हत्या के बाद पुलिस ने मामला भी दर्ज किया लेकिन राज्यमंत्री रणवेंद्र प्रताप सिंह की दबाव डालने पर आरोपियों को गिरफ्तारी के बाद छोड़ दिया गया.
आठ मार्च को हत्या के आरोपी पंकज सिंह चौहान ने रवींद्र को फोन कर अपने घर फतेहपुर बुलाया, ट्रेन में सफर करने के दौरान रवींद्र ने अपनी आखिरी फोटो अपने दोस्तों को व्हाट्स एप की थी, उसके बाद उसका पता नही चला और मोबाइल भी स्वीच-ऑफ हो गया.
परिजनों ने काफी खोजबीन की तो पता चला की नौ मार्च को फतेहपुर जिले के कल्यानपुर थाना इलाके के बिंदकी रेलवे स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक पर रवींद्र का शव पूरी तरह से नंग अवस्था में कई भागों में कटा व क्षत-विछत मिला, मौके पर उसका कपडा सुरक्षित एक स्थान पर रखा था और पास में एक खंजर भी पड़ा मिला.
जिसका कल्याणपुर पुलिस अज्ञात में पंचनामा भर पोस्टमार्टम को भेज चुकी थी. परिवार के शिकायत पर पुलिस ने पंकज सिंह चौहान और उसकी बहन अंजुमन सिंह के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया और उनको गिरफ्तार किया गया. लेकिन आरोप है कि राजनीतिक दबाव की वजह से इन्हे छोड़ दिया गया.