योगी आदित्यनाथ ने लगाया जनता दरबार, मुस्लिम महिलाओं ने भी मांगी मदद

मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपना पहला जनता दरबार लगाया. योगी का जनता दरबार अब तक देश के तमाम मुख्यमंत्री के जनता दरबार से एकदम अलग था. इस जनता दरबाज की एक सबसे खास बात है कि यहां मुख्यमंत्री खुद खड़े हैं, एक-एक फरियादी के पास चलकर आते हैं.

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योगी आदित्यनाथ ने लगाया जनता दरबार, मुस्लिम महिलाओं ने भी मांगी मदद

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  • April 1, 2017 4:05 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
लखनऊ: मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को अपना पहला जनता दरबार लगाया. योगी का जनता दरबार अब तक देश के तमाम मुख्यमंत्री के जनता दरबार से एकदम अलग था. इस जनता दरबाज की एक सबसे खास बात है कि यहां मुख्यमंत्री खुद खड़े हैं, एक-एक फरियादी के पास चलकर आते हैं. इस जनता दरबार के दौरान कई मुस्लिम महिलाएं भी योगी आदित्यनाथ से मिलने पहुंचीं और अपनी परेशानियों को बयान किया.
 
फरियाद करने वाले के पास खुद ही जाते हैं योगी
योगी फरियाद करने वालों के दस्तावेजों को खुद ही लेते हैं, उन्हें सरसरी नजर से पढ़ते हैं और कार्रवाई का भरोसा देते हैं. इससे पहले आपने तमाम मुख्यमंत्रियों के जनता दरबार के बारे में सुना होगा. अखिलेश यादव से लेकर नीतीश कुमार तक को जनता दरबार करते देखा हो लेकिन वहां मुख्यमंत्री कुर्सी पर बैठा दिखता है और जनता खड़ी रहती है. 
 
मुख्यमंत्री जनता के सेवक की तरह उनके पास जाता है और उनकी मुश्किल दूर करने का भरोसा देता है. योगी ने इसी कार्य संस्कृति की नसीहत अपने विधायकों और मंत्रियों को दी है. पीएम मोदी ने भी यही कहा है कि जितना प्रचंड बहुमत यूपी की जनता ने दिया है. उतनी ही शालीनता से नेताओं, कार्यकर्ताओं और सरकार को चलना है.
 
 
पहले भी लगाते थे दरबार
मुख्यमंत्री बनने से पहले भी योगी का जनता दरबार लगते रहे हैं. पांच बार से सांसद योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में सुबह 9 बजे से 11 बजे तक स्थानीय लोगों की समस्याएं सुनते थे. वहां भी बिना जाति, धर्म और किसी दूसरे भेदभाव के सबकी समस्याएं सुनी जाती थीं.
 
 
स्थानीय लोगों का ऐसा विश्वास है कि महंत जी उनकी हर परेशानी को दूर कर सकते हैं. योगी ने जनता दरबार के अलावा चिट्ठी परंपरा की भी शुरुआत की थी. लोग अपनी समस्या चिट्ठियों में लिख कर मंदिर में भेज दिया करते थे या वहीं जमा कराते थे. अब योगी सीएम बन गए हैं. लेकिन सीएम पद की शपथ लेने के बाद भी गोरखनाथ मंदिर के ऑफिस के फोन की घंटी लगातार बज रही है. लोग वहां भी अपनी समस्याएं दर्ज करा रहे हैं.
 
 
अंदर की बात
अंदर की बात ये है कि योगी आदित्यनाथ ने हर हफ्ते दो दिन जनता दरबार लगाने का फैसला किया था. इस फैसले पर उन्होंने शुक्रवार से अमल करना शुरु कर दिया है. योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारियों को निभाने के लिए अपनी दिनचर्या में भी काफी बदलाव किया है. पहले योगी चार घंटे पूजा-पाठ किया करते थे, अब ये समय घटकर एक घंटे हो गया है. इसके अलावा योगी रात को 11 बजे तक सो जाया करते थे. लेकिन इसका समय भी बढ़ कर रात के एक बजे का हो गया है. योगी पीएम मोदी के ही मंत्र पर चल रहे हैं, जिसमें पीएम ने कहा था कि न बैठूंगा, ना बैठने दूंगा.

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