अखिलेश यादव की इफ्तार पार्टी के बाद अब योगी आदित्यनाथ ने रखी फलाहार पार्टी

अब तक आप नेताओं के घर इफ्तार पार्टी और दावतों की खबरें देखत-सुनते थे. बुधवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक नई शुरुआत कर दी. नवरात्र के मौके पर उन्होंने बुधवार शाम अपने घर पर फलाहार पार्टी का आयोजन किया. यूपी में मिली प्रचंड जीत के बाद योगी ने अपने घर पर चुनाव प्रबंधन से जुड़े लोगों और पदाधिकारों को सम्मानित किया.

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अखिलेश यादव की इफ्तार पार्टी के बाद अब योगी आदित्यनाथ ने रखी फलाहार पार्टी

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  • March 29, 2017 5:32 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
लखनऊ: अब तक आप नेताओं के घर इफ्तार पार्टी और दावतों की खबरें देखत-सुनते थे. बुधवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक नई शुरुआत कर दी. नवरात्र के मौके पर उन्होंने बुधवार शाम अपने घर पर फलाहार पार्टी का आयोजन किया. यूपी में मिली प्रचंड जीत के बाद योगी ने अपने घर पर चुनाव प्रबंधन से जुड़े लोगों और पदाधिकारों को सम्मानित किया.
 
इसके बाद योगी सरकार के मंत्री और पार्टी के पदाधिकारी सीएम हाउस में आयोजित फलाहार में शामिल हुए. व्रत वालों के लिए सेब, केला, अंगूर जैसे फलों का और बिना व्रत वाले लोगों के लिए खीर-पूड़ी का इंतजाम किया गया. 
 
 
‘नमाज से मिलता जुलता है सूर्य नमस्कार’
योग महोत्सव को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने कहा कि नमाज और सूर्य नमस्कार में मिलता-जुलता है. वह मुस्लिम बंधुओं के नमाज पढ़ने की क्रिया से मिलती-जुलती हैं. उन्होंने कहा कि आजकल लोग साधु-संतों को भीख तक नहीं देते लेकिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझे सबसे बड़े प्रदेश का सीएम बना दिया. योगी ने आगे कहा, ‘पीएम मोदी ने मुझे यूपी का सीएम बना दिया. यूपी की बेहतरी के लिए हम बड़े फैसले लेने में हिचकेंगे नहीं.
 
 
धर्म के साथ योगी का राजधर्म !
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद योगी आदित्यनाथ जैसे ही गोरखपुर पहुंचे उन्होंने अपने सरकार की नीति साफ कर दी. योगी ने कहा – विकास सबका होगा लेकिन तुष्टिकरण किसी का नहीं होगा. वहीं, योगी ने मानसरोवर यात्रा पर जाने वालों के लिए कैलाश मानसरोवर भवन बनाने का ऐलान किया.
 
 
सोशल मीडिया में सवाल उठा कि क्या ये मुस्लिम तुष्टिकरण का जवाब है? जबकि गोरखपुर में ही योगी ने राज्य के तीर्थयात्रियों को एक लाख रुपए का अनुदान देने का ऐलान किया. दूसरी तरफ, यूपी सरकार के अल्पसंख्यक मामलों के राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने अमीर मुसलमानों से अपील की है की वो हज सब्सिडी छोड़ दें और अब इफ्तार पार्टी की तरह ही पहली बार मुख्यमंत्री योगी ने फलाहार पार्टी का आयोजन किया है.
 
 
अंदर की बात 
अंदर की बात ये है कि योगी आदित्यनाथ राजनीति में ध्रुवीकरण के मास्टर के रूप में उभर रहे हैं और उनकी फलाहार पार्टी भी इसी रणनीति का हिस्सा है. उन्हें मालूम है कि फलाहार पार्टी से ये संदेश साफ-साफ जाएगा कि लखनऊ के मुख्यमंत्री आवास में आकर भी योगी हिंदुत्व की राह पर ही हैं. इस पर कोई राजनीतिक विवाद होता भी है, तो योगी को फायदा ही होगा, क्योंकि तब उन्हें याद दिलाने का मौका मिल जाएगा कि सीएम आवास में जब इफ्तार पार्टी पर सवाल नहीं उठता, तो फलाहार पार्टी पर सवाल उठाने का मतलब क्या है ?

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