नई दिल्ली : केंद्र सरकार से सूखा राहत पैकेज की मांग करते हुए तमिलानाडु के किसान पिछले 15 दिनों से दिल्ली के जंतर-मंतर में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इन किसानों ने विरोध का अलग ही तरीका अपनाया है.
100 की संख्या में विरोध प्रदर्शन करने वाले किसान हरी लुंगी पहन कर जंतर-मंतर में डेरा जमाए हुए हैं, वह कभी नरमुंड लेकर प्रदर्शन करते हैं तो कभी जमीन पर लोट-पोट होकर अपनी मांग सरकार के सामने रख रहे हैं. इस बार इन किसानों ने एकदम ही अनोखा तरीका अपनाया है.
तमिलनाडु के किसानों ने इस बार मरे हुए सांपों का सहारा लिया है. सभी किसान अपने मुंह में मरे हुए सांप पकड़कर बैठे हुए हैं. इन किसानों की मांग है कि केंद्र इन्हें 40 हजार करोड़ का सूखा राहत पैकेज दे और साथ में कर्जा भी माफ कर दिया जाए.
जंतर मंतर में प्रदर्शन कर रहे इन किसानों का कहना है कि बैंकों और स्थानीय कर्जदाताओं के कर्जे से किसान तंग आ चुके हैं इसी वजह से कई किसानों ने कर्जा न चुका पाने की वजह से विवश होकर आत्महत्या भी कर ली है. रिपोर्ट्स हैं कि पिछले 4 महीनों में करीब 300 किसानों ने आत्महत्या की है.
पानी की है जरूरत
किसानों का कहना है कि उनकी पहली जरूरत वैसे तो पानी है, क्योंकि तमिलनाडु में इस वक्त पानी की काफी कमी हो चुकी है, तमिलनाडु की जनता के पास न तो पीने का पानी पर्याप्त है और न ही खेती के लिए.
बता दें कि तमिलनाडु के बड़े हिस्से में सूखा पड़ चुका है, ऐसे में किसानों को खेती करने में काफी दिक्कत हो रही है, खेती के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी न होने की वजह से फसलें नहीं हो पा रही हैं और किसान कर्जा चुकाने में भी नाकाम हो रहे हैं, इसी वजह से कई किसानों ने विवश होकर आत्महत्या भी कर ली है.