नई दिल्ली: योगी सरकार द्वारा बंद कराए गए अवैध बूचड़खाने पर की गई कार्रवाई अब ज्यादा तूल पकड़ता जा रहा है. बूचड़खानों पर कार्रवाई और चीन में भारत से बफेलो मीट के एक्सपोर्ट पर लगी रोक का मामला AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में उठाया और इस मामले पर केंद्र सरकार का स्टैंड पूछा.
ओवैसी ने उठाया लोकसभा में मुद्दा
ओवैसी ने लोकसभा में केंद्र की नीतियों पर सवाल उठाते हुए पूछा कि क्या सरकार सच में भैंस के मीट के एक्सपोर्ट को प्रमोट करना चाहती या फिर इस पर बैन लगाना चाहती? क्योंकि उत्तर प्रदेश में जो वर्तमान स्थिती हैं, उसमें कई भैंस के मीट की एक्सपोर्ट यूनिटों को बंद किया जा रहा है.
निर्मला सीतारमण ने दिया जवाब
इसका जवाब देते हुए केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि यूपी में सिर्फ अवैध बूचड़खाने पर कार्रवाई हो रही है. उन्होंने ये भी कहा कि चीन से बफेलो मीट एक्सपोर्ट को लेकर बात हो रही है. लोकसभा में बूचड़खानों और मीट एक्सपोर्ट का मामला उठने के बाद स्पीकर सुमित्रा महाजन ने बड़ी टिप्पणी की और कहा कि सिर्फ बफेलो मत काटो जी.
बता दें कि इससे पहले कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी भी लोकसभा में ये मुद्दा उठा चुके हैं. चौधरी ने ईकोसिस्टम का हवाला देते हुए कहा कि भारत 28 हजार करोड़ रूपये मूल्य के मांस का निर्यात करता है लेकिन उत्तर प्रदेश के चिडि़याघरों में शेर और बब्बर शेरों को मांस के बजाय चिकन खाने को दिया जा रहा है. क्या शेर और बब्बर शेर पालक-पनीर खाकर रहेंगे.