अहमदाबाद : इस साल के अंत में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव के मद्देनजर गुजरात में राजनितिक पार्टियों की गतिविधियां भी तेज हो गई हैं एक तरफ सभी प्रमुख दलों में बैठकों के दौर चल रहे है वहीं खेमेबाजी ने भी अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है.
खासकर गुजरात में पिछले कई सालों से सत्ता से दूर कांग्रेस पार्टी में हर बार चुनावों की तरह इस बार भी अंदरूनी कलह उभर कर सामने आने लगी है, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष भरत सिंह सोलकी के साथ वरिष्ठ नेता अर्जुन मोढवाडिया,शक्तिसिंह गोहिल और विपक्ष नेता शंकर सिंह वाघेला भले ही बैठकों में एक मंच पर दिखाई दें लेकिन आपसी गुटबाजी किसी से छिपी नहीं है.
पहले शंकरसिंह वाघेला को कांग्रेस मुख्यमंत्री का चेहरा बनाकर चुनाव में उतरने की अटकले इतनी तेज हुई की खुद वाघेला को मच पर इस बात की घोषणा करनी पड़ी की वह मुख्यमंत्री रेस में नहीं हैं और अब एक बार फिर वाघेला के बैनर पोस्टर गुजरात की गलियों में उन्हें फ्रीहैण्ड देनें की मांग कर रहे है.
पिछले दो दिनों से अहमदाबाद सहित अन्य शहरों में लगे बैनरो में कांग्रेस हाई कमांड से अनुरोध किया गया है की पंजाब में अमरिंदर सिंह की तरह यहां शंकर सिंह वाघेला को फ्री हैण्ड देकर उनके नेतृत्व में कांग्रेस चुनाव के मैदान में उतरे.