नई दिल्ली: दिल्ली में एमसीडी चुनाव जीतने के लिए बीजेपी ने नया फॉर्मूला बनाया है. इस फॉर्मूले को पंच परमेश्वर का नाम दिया गया है. दिल्ली के जिन ऑटोवालों को अरविंद केजरीवाल की प्रचंड जीत के लिए अहम माना जा रहा था, अब वही ऑटोवाले बीजेपी के रंग में नजर आ रहे हैं.
ढाई सौ से ज्यादा ऑटो और टैक्सीवाले BJP में शामिल
एमसीडी चुनाव से पहले दिल्ली के करीब ढाई सौ से ज्यादा ऑटो और टैक्सीवाले बीजेपी में शामिल हो गए. ये सभी पहले आम आदमी पार्टी से जुड़े थे. इतना ही नहीं शुक्रवार को आम आदमी पार्टी के करीब 300 से ज्यादा मुस्लिम कार्यकर्ता भी बीजेपी में शामिल हो गए.
क्या है ‘पंच परमेश्वर’ फॉर्मला ?
बीजेपी ने एमसीडी चुनाव जीतने के लिए पंच परमेश्वर का फॉर्मूला निकाला है. दिल्ली के हर बूथ के लिए पांच कार्यकर्ताओं की टीम बनाई गई है. इसी टीम को पंच परमेश्वर का नाम दिया गया है. दिल्ली में फिलहाल 13372 बूथ हैं. जिसके लिए पार्टी ने 70 हजार पंच परमेश्वर बना लिए हैं. इन्ही पंच परमेश्वर को जीत का मंत्र देने के लिए शनिवार को दिल्ली में पंच परमेश्वर सम्मेलन किया जाएगा. जिसमें खुद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह जीत का मंत्र कार्यकर्ताओं को देंगे.
‘पंच परमेश्वर’ पार लगाएंगे BJP की नैया !
एक बूथ पांच यूथ का फॉर्मूला बीजेपी दूसरे राज्यों में भी आजमा चुकी है और ये फॉर्मूला काफी कामयाब भी रहा है. दिल्ली में इसी को पंच परमेश्वर का नाम दिया गया है. इस बार के एमसीडी चुनाव में पार्टी ने 655 ऐसे बूथ को चिन्हित किया है जहां सबसे ज्यादा मुस्लिम वोटर हैं. ऐसे बूथों पर पार्टी ने मुस्लिम महिलाओं को पंच परमेश्वर बनाया है. दिल्ली की कुल 13 हजार 3 सौ 72 बूथों पर पार्टी ने करीब 70 हजार पंच परमेश्वर बनाए हैं.
अंदर की बात
अंदर की बात ये है कि एमसीडी का चुनाव सभी दलों के लिए साख का सवाल बन गया है. बीजेपी नहीं चाहती कि उसका विजय रथ रुक जाए. वहीं प्रचंड बहुमत से सत्ता में आई ‘आप’ हार से अपनी मुश्किलें बढ़ाना नहीं चाहेगी. ऐसे में दोनों की नजर एक दूसरे पर है. बीजेपी ‘आप’ से जुड़े लोगों को अपने पाले में ला रही है वहीं ‘आप’ की नजर उन पार्षदों पर है जिनके टिकट बीजेपी ने काटे हैं. रही बात कांग्रेस की तो मुकाबले में कांग्रेस भी है लेकिन टक्कर ‘आप’ और बीजेपी के बीच ही मानी जा रही है.