मुंबई : मुंबईवासियों के लिए आज की हमारी ये खबर खास हो सकती है क्योंकि माता वैष्णोदेवी के जैसा हु-ब-हु मंदिर यहां खुला है, इस मंदिर में सचे मन से मांगी गई श्रद्धालुओं की मनोकामना जरूर पूरी होती है.
मुंबई के पश्चिम उपनगर में स्थित मलाड स्टेशन से बस चंद कदमों की दूरी पर स्थित है है ये मंदिर. आप मंदिर के अंदर जाएंगे तो आपको ऐसा सब कुछ देखने को मिलेगा जो जम्मू के कटरा वाली माता वैष्णो देवी मंदिर में है.
ठीक वैसी ही मंदिर की आंतरिक बनावट, मूर्ति, भगवान शिव, गणपति भगवान सहित, वह गुफा जिसमें माँ ने 8 महीने गुजारे थे. इतना ही नहीं आपको इस मंदिर में इतनी शांति मिलेगी की मानो आपका आना सफल हुआ और आपकी मनोकामना पूरी हो गई हो.
जम्मू के कटरा स्थित माता वैष्णोदेवी मंदिर की पवित्र गुफा की तर्ज पर मुंबई के मालाड में स्थापित वैष्णो देवी दिव्यधाम मंदिर श्रद्धालुओं का केंद्र बना हुआ है, मंदिर की आतंरिक संरचना हु-ब-हू जम्मू के वैष्णों देवी मंदिर की तरह ही है. मंदिर के मुख्य ट्रस्टी राजेश शाह ने बताया की इच्छा रहने के बावजूद भी कई बार लोग जम्मू जाकर मां वैष्णो देवी के दर्शन नहीं कर पाते हैं, बुजुर्ग व्यक्तियों के लिए तो चढ़ाई काफी कठिन है. ऐसे में वहां न पहुंच पाने वाले भक्तों की दर्शन इच्छा पूरी करने के लिए 180 फीट के गुफामय मंदिर को मालाड में 16 साल पहले बनाया गया.
वैष्णो देवी मंदिर की पवित्र गुफा से लाई गई अखंड ज्योत पिछले 16 वर्षों से लगातार जल रही है, मालाड स्थित वैष्णो देवी मंदिर में आने के पश्चात भक्तों को बेहद शांति का अनुभव होता है. मां के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों की भीड़ को देखते हुए नवरात्र में मंदिर प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए हैं.
चढ़ावे का धनभक्तों द्वारा चढ़ावे के रूप में आए पैसों को ट्रस्ट के माध्यम से बच्चों की फीस, मेडिकल सहायता और संस्था के माध्यम से ओपीडी, आयुर्वेदिक दवाइयों एवं पैथोलॉजी सुविधा इत्यादि पर खर्च किया जाता है. दर्शन का समय प्रातः 7:15 बजे माता की आरती के साथ ही भक्त दर्शन करना शुरू कर देते है, रात्रि 10 बजे तक आप माता के शुभ दर्शनों का लाभ ले सकते है. मंदिर के अंदर दर्शनों हेतु जाने के लिए चमड़े की वस्तुएं जैसे की पर्स, बेल्ट इत्यादि को लेकर मंदिर की गुफा में ले जाना वर्जित है.