नई दिल्ली : हाल ही में एक प्रकाशन समूह की ओर से सर्वश्रेष्ठ खेल मंत्री के रूप में नवाज़े गए हरियाणा के खेल एवं युवा मामलों के मंत्री अनिल विज का कहना है कि इस समय राज्य के करीब-करीब हर ज़िले में तकरीबन 40 करोड़ से अधिक राशि के कई स्टेडियम बन रहे हैं, जिससे राज्य में खेल संस्कृति का विकास होगा. अंबाला में गुरुवार को सम्पन्न हुए भारत केसरी शहीदी दंगल के मौके पर उन्होंने `इनखबर टीम` से खास बातचीत में यह बात कही. प्रस्तुत है उस बातचीत के कुछ अंश –
इन खबर – आप शुरू से ही हरियाणा की राजनीति के दिग्गज नेता माने जाते हैं। कहीं खेलों का विकास करते-करते राजनीतिक क्षेत्र पीछे तो नहीं छूट जाएगा ?
अनिल विज – अभी तक मुझे जो भी ज़िम्मेदारी सौंपी गई है, उसका मैंने कुशलता से निर्वाह किया है। राजनीति में हूं, इसलिए यह ज़िम्मेदारी मिली है। आज मैं गर्व के साथ कह सकता हूं कि यहां के खिलाड़ी अव्वल दर्जे के हैं। ज़रूरत उनके लिए ढांचागत सुविधाएं मुहैया कराने की है। हम उनके लिए 40 करोड़ से अधिक राशि के कई स्टेडियमों का निर्माण कर रहे हैं। उन्हें हर आधुनिकतम सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। उनकी प्रोत्साहन राशि को भी बढ़ाया गया है। आज ओलिम्पिक में गोल्ड जीतने वाले राज्य के पहलवान को 6 करोड़, सिल्वर जीतने वाले को 4 करोड़ और ब्रॉन्ज़ जीतने वाले खिलाड़ी को ढाई करोड़ रुपये का ईनाम दिया जाता है। इतना ही नहीं, ओलिम्पिक में भाग लेने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों को भी हम 15-15 लाख रुपये के ईनाम देते हैं।
इन खबर – ज़िला और राज्य स्तर पर उपलब्धियां हासिल करने वालों को आप किस तरह से प्रेरित करते हैं ?
अनिल विज – हमने भारत केसरी दंगल के दौरान न सिर्फ ओलिम्पिक या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने वालों को ही ईनाम नहीं दिए बल्कि राज्य के कई ज़िलों के खिलाड़ियों को भी ईनामी राशि बांटी है। हमने इन दंगल के तीन दिनों में तकरीबन 1800 खिलाड़ियों को 41 करोड़ रुपये के ईनाम दिए हैं। इसमें ब्लॉक और ज़िला स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी भी शामिल हैं। पिछले साल हमने खिलाड़ियों को सौ करोड़ रुपये की ईनामी राशि से सम्मानित किया था। इसके अलावा ब्लॉक और ज़िला स्तर पर खिलाड़ियों को राज्य की योजनाओं के अनुसार स्कॉलरशिप दी जा रही है।
इन खबर – क्या यह सब करने के लिए हरियाणा सरकार का खेल बजट कम नहीं पड़ जाता ?
अनिल विज – अगर किसी काम को ईमानदारी के साथ और अपना कर्तव्य समझकर किया जाए तो कोई भी काम नामुमकिन नहीं है। मुझे खुशी है कि हरियाणा सरकार के बजट में इस बार खेलों के लिए 59 फीसदी की वृद्धि की गई है। हमारे प्रदेश की हर गली और मोहल्ले में खिलाड़ी पैदा हों और प्रदेश की पहचान खेल-प्रदेश के रूप में हो, ऐसी हमारी और हमारे मुख्यमंत्री जी की हार्दिक इच्छा है।
इन खबर – खेलों के लिए आपका अगला बड़ा कदम क्या है ?
अनिल विज – हम राई में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी बनाने जा रहे हैं। हम यहां के अखाड़ों के लिए अलग से योजना बना रहे हैं जिससे खिलाड़ियों के लिए अधिकतम सुविधाएं मुहैया हो सकें।
इन खबर – दूसरे खेलों को शिकायत है कि राज्य सरकार उनके खेलों पर वैसा ध्यान नहीं दे रही, जैसा कि कुश्ती और कबड्डी के लिए बड़े टूर्नामेंट आयोजित कराकर कर रही है, उनकी बारी आखिर कब आएगी ?
अनिल विज – देखिए सब कुछ एक दिन में सम्भव नहीं है। हम सब खेलों की सुध ले रहे हैं, तभी ऐसे परिणाम सामने आ रहे हैं। कुश्ती और कबड्डी के बाद बॉक्सिंग के लिए एक लीग कराने की हम योजना बना रहे हैं। जल्दी ही आपको इस दिशा में भी कुछ अच्छा सुनने को मिलेगा।