लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी अदित्यानाथ आज गैंगरेप और एसिड अटैक का शिकार हुई महिला से मिलने के लिए अस्पताल पहुंचे साथ ही उन्होंने पीड़िता की मदद के लिए एक लाख की राशि देने का भी ऐलान किया. इस मामले में पीड़िता को आरोपियों से बचाने के लिए सुरक्षा दी गई लेकिन तस्वीर में देखिए की कैसे गांधी वार्ड में ये शर्मनाक घटना हुई सुरक्षा करते महिलाकर्मी सेल्फी ले रही हैं.
पुलिस महानिरीक्षक (लखनऊ जोन) ए सतीश गणेश ने महिला कांस्टेबलों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दे दिया है जो अस्पताल में पीड़िता के पास बैठी ‘सेल्फी’ लेने में व्यस्त हैं. महिला कांस्टेबलों की ये सेल्फी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है.
योगी के अस्पताल से निकालने के बाद ये घटना अस्पताल में हुई. पीड़िता को दो लोगों ने चलती ट्रेन में जबरन एसिड पीने पर मजबूर किया. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए योगी ने पुलिस को जल्द आरोपियों को पकड़ने का दबाव बनाया जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. केजीएमयू के गांधी वार्ड में 45 वर्षीय महिला का इलाज चल रहा है.
ये मामला उस वक्त सामने आया जब वह इलाहाबाद-लखनऊ गंगा गोमती एक्सप्रेस ट्रेन से चारबाग रेलवे स्टेशन पर उतरी और पुलिस को लिखित में शिकायत दी क्योंकि वह बोलने में असमर्थ थी. पुलिस ने बताया की सुबह 10.30 बजे महिला के साथ ट्रेन में ये घटना हुई और अबतक पीड़िता पर चौथी बार हमला किया गया है.
गौरतलब है की 2009 में दो लोगों ने संपत्ति विवाद के चलते पहले उसके साथ गैंगरेप किया और फिर एसिड से हमला किया था. इस घटना के बाद पीड़िता एक लखनऊ स्थित शिरोज हैंगआउट कैफे में काम करती है जो तेजाब की शिकार महिलाओं को काम पर रखता है. वह 10 मार्च को अपने घर गई थी क्योंकि उनकी बेटी के 10वीं कक्षा के परिक्षाएं चल रही थी, घर से लौटते वक्त कल ये घटना घटित हुई.
2012 में पीड़िता पर चाकू से और 2013 में एसिड से हमला हुआ था. महिला कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने भी पीड़िता से मुलाकात कर हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है.