‘राम मंदिर’ के बाद अब मथुरा और काशी के लिए छेड़ेंगे मंदिर बनाने का अभियान: सुब्रमण्यम स्वामी

राम मंदिर के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में लड़ाई लड़ रहे बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि साल 2019 के बाद मथुरा और काशी में मूल मंदिर को लेकर अपना अभियान छेड़ेंगे. सुब्रमनियम स्वामी ने इंडिया न्यूज से बातचीत में कहा कि मुगलों के द्वारा 40 हजार मंदिरों को तोड़ा गया था. उसकी लिस्ट हमारे पास है.

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‘राम मंदिर’ के बाद अब मथुरा और काशी के लिए छेड़ेंगे मंदिर बनाने का अभियान: सुब्रमण्यम स्वामी

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  • March 24, 2017 11:46 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली: राम मंदिर के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में लड़ाई लड़ रहे बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि साल 2019 के बाद मथुरा और काशी में मूल मंदिर को लेकर अपना अभियान छेड़ेंगे. सुब्रमनियम स्वामी ने इंडिया न्यूज से बातचीत में  कहा कि मुगलों के द्वारा 40 हजार मंदिरों को तोड़ा गया था. उसकी लिस्ट हमारे पास है.
 
 
स्वामी ने कहा कि हमने संतों से राय ली है और इनमें तीन प्रमुख मंदिर चुने गए हैं. पहला कशी विश्वनाथ, दूसरा मथुरा और तीसरा राम लला का मंदिर है. राम लला के मंदिर को लेकर मैं काम कर रहा हूं. साल 2019 के बाद मथुरा और काशी के मंदिर बनाने के लिए काम करूंगा. 2019 के पहले राम मंदिर को लेकर हमारी तरफ काम किया जा रहा है उसके बाद मथुरा और काशी के मंदिर के अभियान छेड़ेगे. 
 
 
राम मंदिर का मुद्दा क्या है ? 
6 दिसंबर 1992 को अयोध्या का विवादित ढांचा गिराया गया था. इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 30 सितंबर 2010 को फैसला सुनाया था. कोर्ट ने विवादित 2.77 एकड़ जमीन को तीन हिस्सों में बांटा. जिसमें एक हिस्सा राम मंदिर, दूसरा सुन्नी वक्फ बोर्ड और निर्मोही अखाड़े में जमीन बंटी. रामलला विराजमान को रामलला की मूर्ति वाली जगह निर्मोही अखाड़े को राम चबूतरा और सीता रसोई वाली जगह सुन्नी वक्फ बोर्ड को बचा एक तिहाई हिस्सा दिया जाए.
 
हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ हिंदू महासभा सुप्रीम कोर्ट गई. इसके बाद सुन्नी वक्फ बोर्ड ने भी हाईकोर्ट के फैसले को चुनौती दी. इसके बाद  SC ने 9 मई 2011 को हाईकोर्ट के फैसले पर रोक लगा दी. 

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