लखनऊ: भोपाल ट्रेन ब्लास्ट और लखनऊ एनकाउंटर में मारे गए आतंकी सैफुल्लाह के पकड़े गए खुरासन मॉड्यूल के संदिग्ध आतंकियों ने बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि लखनऊ में ऐशबाग की रामलीला देखने आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी के दौरान धमाका किया था. इस बात का खुलासा मध्य प्रदेश में पकड़े गए संदिग्धों से पूछताछ में हुआ है. इस खुलासे के बाद देश भर की सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हो गए हैं.
आतंकियों ने बताया कि सभा स्थल से 200 मीटर दूर हुए इस ब्लास्ट की आवाज रावण दहन के शोर के कारण सुनी नहीं जा सकी थी. इस धमाके में कोई हताहत नहीं हुआ था. पूछताछ में संदिग्ध आतंकी आतिफ ने सुरक्षा एजेंसियों को बताया है कि वह और सैफुल्लाह दूसरे दिन देखने भी गए थे कि विस्फोट हुआ कि नहीं. जहां बम फिट किया गया था वहां की घास जली हुई थी.
आरोपितों ने बताया कि लखनऊ में हल्का ब्लास्ट ट्रायल के तौर पर किया था, जिससे आगे पीएम की रैली में बड़े धमाके किए जा सकें. भोपाल-उज्जैन ट्रेन ब्लास्ट भी ट्रायल के तौर पर ही किया गया था. बताया जा रहा है कि इन आतंकियों ने पहले दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, मुंबई, पंजाब और राजस्थान की रेकी की थी. इस मॉड्यूल में कुल 29 लोग शामिल थे.
ये लोग आईएसआईएस के लिए सीरिया में काम कर रहे पाकिस्तानी हैंडलर के संपर्क में थे. सोशल मीडिया के जरिए इन्होंने ट्रेन में बम रखने और फिर ब्लास्ट के बाद की तस्वीरें हैंडलर को भेजी थीं. ब्लास्ट के बाद खबरों के लिंक भी भेजे गए. ये लोग चाहते थे कि हैंडलर उन्हें सीरिया बुला ले और ट्रेनिंग दें.
बता दें कि 7 मार्च को भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन ब्लास्ट मामले में आतिफ मुजफ्फर समेत तीन लोगों को अरेस्ट किया गया था. इनसे पूछताछ के आधार पर यूपी में 6 और संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया, जबकि लखनऊ एनकाउंटर में सैफुल्लाह को यूपी एटीएस ने मार गिराया था. भोपाल में लोकल ट्रेन धमाके में गिरफ्तार संदिग्ध दानिश और हमजा की निशानदेही पर NIA ने कानपुर में छापेमारी की. इस दौरान कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया.