मुंबई : महाराष्ट्र के करीब 4500 रेजीडेंट डॉक्टर की सामूहिक छुट्टी पर गुरुवार को बॉम्बे हाईकोर्ट की सुनवाई होगी. बुधवार को छुट्टी के दूसरे दिन बॉम्बे हाई कोर्ट ने डॉक्टरों को काम पर वापस जाने का आदेश दिया था. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री का कहना है कि डॉक्टर हड़ताल खत्म करने को तैयार हो गए हैं. वहीं अब एम्स के रेजिडेंट डॉक्टर भी महाराष्ट्र के रेजिडेंट डॉक्टरों के समर्थन में आ गए हैं. बता दें कि अपने सहकर्मियों पर हुए हमले के मद्देनजर अस्पतालों में बेहतर सुरक्षा की मांग को लेकर 4,000 से अधिक रेजीडेंट डॉक्टर सोमवार (20 मार्च) से हड़ताल पर हैं.
बॉम्बे हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि अगर आप काम नहीं करना चाहते हैं, तो इस्तीफा दे दीजिए. बुधवार को मुख्य न्यायाधीश मंजुला चेल्लूर और न्यायमूर्ति जी.एस. कुलकर्णी ने यह टिप्पणी सोशल ऐक्टिविस्ट अफाक मांडवीय की जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान की है.
सामाजिक कार्यकर्ता अफाक मांडवीय ने बॉम्बे हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर कर डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग है। हाईकोर्ट में आज इस याचिका पर आज सुबह 11 बजे सुनवाई होगी. इस मामले पर बुधवार को सुनवाई होनी थी लेकिन इसे आज तक के लिए टालना पड़ा. बुधवार को बॉम्बे हाई कोर्ट ने मामले की सुनवाई के दौरान आंदोलनकारी रेजिडेंट डॉक्टरों की खिंचाई करते हुए कहा कि उनका व्यवहार शर्मनाक है.
बता दें कि पिछले एक हफ्ते के दौरान धुले, नासिक और सायन सहित पांच अस्पतालों में डॉक्टर पर हमले हो चुके हैं. मरीज के रिश्तेदारों का आरोप है कि डॉक्टर ठीक से इलाज नहीं करते हैं. जिसके बाद प्रदर्शन कर रहे रेजिडेंट डॉक्टरों का कहना है कि वो ऐसे माहौल में काम नहीं कर सकते हैं जहां पर उनकी अपनी ही जान खतरे में पड़ जाए.