नई दिल्ली: देश की सबसे बडी अदालत सुप्रीम कोर्ट अब देशभर की सारी जेलों से सीधे जुड गई है. सुप्रीम कोर्ट से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अब लीगल एड के वकील सीधे जेल में बंद कैदियों से बात कर सकेंगे ताकि उन्हें सही और जल्द इंसाफ दिया जा सके.
इसी के साथ सुप्रीम कोर्ट में एक नई परंपरा की शुरुआत हुई. सबसे बडी अदालत देश की सारी जेलों तक जा पहुंची ताकि आपराधिक केसों में बंद गरीब और लाचार कैदियों को ना सिर्फ लीगल एेड मिले बल्कि उनके केस की सही पैरवी हो सके. जस्टिस दिपक मिश्रा और जस्टिस रंजन गोगोई ने दिल्ली की तिहाड जेल के अलावा कई जेलों के अफसरों से बात भी की.
दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने जेलों में बंद उन लोगों तक पहुंचने की कोशिश की है जिनके पास ना तो साधन हैं और ना ही मौका कि वो कोर्ट में अपना सही पक्ष रख सकें. सुप्रीम कोर्ट लीगल सर्विस अथारिटी के वकील सीधे किसी भी जेल में बंद विचाराधीन कैदी से सीधे बात कर पाएंगे ताकि उन्हें जल्द और सही इंसाफ मिल सके.
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