कोलंबो: श्रीलंकाई नौसेना ने मंगलवार को अंताराष्ट्रीय सामुद्रिक सीमा रेखा का उल्लंघन करने के आरोप में 10 भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया है और उनकी नौका भी जब्त कर ली है. श्रीलंकाई अधिकारी के मुताबिक ये भारतीय मछुआरे सीमा का उल्लंघन करते हुए गैरकानूनी तरीके से श्रीलंका के डेल्फ्ट द्वीप के दक्षिण में करीब भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया गया.
बता दें कि भारतीय मछुआरों को आगे की कार्रवाई के लिए जाफना के मत्स्य विभाग के सहायक निदेशक को सौंप दिया गया है.इस गिरफ्तारी से एक दिन पहले श्रीलंका के मत्स्य पालन मंत्री महिंदा अमरवीरा ने कहा था कि यदि मछुआरे अवैध रूप से जलक्षेत्र में प्रवेश करना बंद नहीं करते तो अधिकारी भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार करते रहेंगे. अमरवीरा ने कहा कि सरकार मछली पकड़ने के विवाद को कूटनीतिक तरीके से हल करने के बारे में सोच रही है. इसे लेकर अगले महीने वार्ता होगी.
भारतीय मछुआरों की गिरफ्तारी के कुछ ही घंटे बाद नई दिल्ली में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने मंगलवार को तमिलनाडु के मछुआरों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की और उन्हें आश्वस्त किया कि श्रीलंका द्वारा गिरफ्तार किए गए सभी भारतीय मछुआरों और जब्त की गईं सभी नौकाएं छुड़ाने के लिए भारत लगातार काम करता रहेगा.
एक सूत्र ने कहा कि सुषमा ने बैठक के दौरान कहा कि पिछले दो वर्षों से सरकार श्रीलंका के कब्जे से सभी भारतीय मछुआरों और उनकी नौकाओं को छुड़ाने की दिशा में प्रयासरत है. सूत्र ने कहा, ‘उन्होंने (सुषमा) आश्वस्त किया है कि श्रीलंका द्वारा गिरफ्तार किए गए सभी भारतीय मछुआरों और जब्त की गई भारतीय मछुआरों की सारी नौकाएं छुड़ाने को लेकर लगातार श्रीलंका सरकार के संपर्क में हैं.’ सूत्र ने कहा, ‘सुषमा ने 1,500 करोड़ रुपये की लागत से तमिलनाडु में गहरे समुद्र में मछली पकड़ने की सुविधा विकसित करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता भी जाहिर की.’
मछुआरों के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में मौजूद सड़क परिवहन, राजमार्ग एवं जहाजरानी राज्य मंत्री पोन राधाकृष्णन और सांसद एल. गणेशन तथा अनवर रजा ने सुषमा को भारत और श्रीलंका के बीच विभाजित समुद्र में मछली पकड़ने के दौरान भारतीय मछुआरों को आने वाली समस्याओं से अवगत कराया.
उन्होंने छह मार्च को एक भारतीय मछुआरे के. ब्रिट्जो की मौत का भी मामला उठाया. 21 वर्षीय मछुआरे ब्रिट्जो की मछली पकड़ने के दौरान श्रीलंकाई समुद्र सीमा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिससे तमिलनाडु में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई. लेकिन कोलंबो ने जोर देकर कहा है कि ब्रिट्जो की मौत में श्रीलंकाई नौसेना की कोई भूमिका नहीं है. सुषमा ने मछुआरों के प्रतिनिधिमंडल से कहा कि श्रीलंका की सरकार ब्रिट्जो की मौत के मामले की विस्तार से जांच कर रही है.