नई दिल्ली : जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी के लापता छात्र नजीब अहमद के बारे में दिल्ली पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने यह खुलासा नजीब की ब्राउसिंग हिस्ट्री के आधार पर की है.
दिल्ली पुलिस ने नजीब से संबंधित एक रिपोर्ट दिल्ली हाई कोर्ट को सौंपी है, जिसमें कहा गया है कि नजीब के लैपटॉप की ब्राउसिंग हिस्ट्री से पता चला है कि वह इस्लामिक स्टेट के बारे में जानकारियां इकट्ठा कर रहा था.
पुलिस की ओर से सौंपी गई रिपोर्ट में कहा गया है कि नजीब गूगल, यूट्यूब पर दुनिया के सबसे खूंखार आतंकी संगठन आईएसआईएस के बारे में जानकारियां इकट्ठा कर रहा था. वह उस संगठन की विचारधारा, नेटवर्किंग के बारे में जानना चाहता था.
रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने नजीब के कमरे से लैपटॉप बरामद किया था और उसी के माध्यम से नजीब की ब्राउसिंग हिस्ट्री के बारे में खुलासा किया गया.
बता दें कि दिल्ली पुलिस को दिल्ली हाईकोर्ट ने इस मामले की सुनवाई करते हुए फटकार लगाई थी. कोर्ट ने कहा था कि दिल्ली पुलिस केवल पेपर वर्क पर ध्यान दे रही है और जनता का पैसा बर्बाद कर रही है. कोर्ट ने इस मामले में पुलिस को लताड़ते हुए कहा है कि वह जल्द से जल्द कोई नतीजा सामने रखे यूं ही समय और पैसे की बर्बादी न करे.
बता दें कि 14 अक्टूबर की रात जेएनयू हॉस्टल में दो गुटों में लड़ाई के बाद नजीब अहमद गायब हो गया था. मिली जानकारी के अनुसार 14 अक्टूबर की रात को नजीब अहमद ऑटो से जामिया इलाके के लिए रवाना हुआ था. वहीं से उसका कोई सुराग नहीं मिला है कि वह कहां गया. क्राइम ब्रांच उस ऑटो चालक तक भी पहुंच गई है लेकिन नजीब का कुछ खास सुराग नहीं अभी तक नहीं मिल है.