नई दिल्ली: दिल्ली का दंगल, जोकि दिल्ली में होने वाले एमसीडी चुनाव को लेकर है. एमसीडी चुनाव से पहले दिल्ली के लोग क्या सोचते हैं, क्या दिक्कत-समस्याएं हैं और किसे चुनने वाले हैं, हमारी कोशिश एकसाथ इन सब बातों को आपके सामने रखने की है. हम विधानसभावार आपको रिपोर्ट दिखाएंगे.
एमसीडी चुनाव को लेकर इंडिया न्यूज़ आज से दिल्ली का दंगल की शुरुआत कर रहा है. एमसीडी के चुनाव अगले महीने से शुरू होने हैं, लेकिन शोर अभी से सुनाई दे रहा है. और इसीलिए इंडिया न्यूज़ आपको दिल्ली के हर गली-नुक्कड़-चौराहे में होने वाली चुनावी गपशप, वहां की समस्याएं-दिक्कत और खूबियां आप तक पहुंचाएगा.
दिल्ली की सबसे अहम सीट चांदनी चौक है चांदनी चौक दिल्ली की जान है. कहते हैं कि दिल्ली आने वाला शख्स चांदनी चौक जरूर घूमना चाहता है. शॉपिंग से लेकर खाने-पीने और मसालेदार खूशबू तक सब मौजूद है चांदनी चौक पर. लेकिन दिल्ली की सबसे तंग मार्केट में से एक चांदनी चौक की अपनी समस्याएं भी हैं.
चांदनी चौक से मौजूदा पार्षद बीजेपी के हैं.लेकिन इस चुनाव में बीजेपी अब पुराने चेहरों पर दांव नहीं लगाएगी. लिहाजा इस बात की चर्चा जोरों पर है कि क्या बीजेपी का नया फॉर्मूला लोगों को अपने पाले में ला पाएगा.एमसीडी चुनाव को लेकर बीजेपी ने हवन-पूजा भी की. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी का दावा है कि पिछली बार की तरह ही इस बार उनकी पार्टी का एमसीडी में दबदबा रहेगा.
चांदनी चौक इलाके की सबसे बड़ी समस्या है जाम भीड़ इतनी ज्यादा कि कदम-कदम पर रुकना पड़ता है. ऊपर से बिजली के तारों का जंजाल सिर पर मौत बनकर मंडराता रहता है. गलियां भले ही तंग हो लेकिन दिल्ली का ये इलाका बिजनेस हब है. गली-गली अरबों के काबोराबी मिल जाएंगे एक वक्त था, जब तुर्की, चीन और नीदरलैंड तक से लोग यहां व्यापार करने आते थे.
मुगलकाल में भी इसकी पहचान बाद के दिनों में बढ़ती चली गई. पहचान जरूर बढ़ी लेकिन सुविधाएं नहीं. चांदनी चौक दिन-व-दिन उलझता चला गया. अब ये उलझन उबाऊ हो चुकी है. लोग नाराज हैं और पार्षदों के खिलाफ गुस्सा है.