नई दिल्ली : बिड़ला के स्वामित्व वाली देश की तीसरे नंबर की टेलिकॉम कंपनी आइडिया सेल्युलर ने वोडाफोन इंडिया के साथ विलय का ऐलान कर दिया है. सोमवार को मीडिया में आई खबरों के अनुसार दोनों कंपनियों ने भारत में अपने बिजनेस को साथ लाने का फैसला कर लिया है. दोनों अब देश के सबसे बड़े टेलीकॉम प्रोवाइडर के तौर पर जाने जाएंगे.
मर्जर के बाद यह देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी बन जाएगी. फिलहाल भारती एयरटेल सबसे बड़ी कंपनी है. मर्जर के बाद बनने वाली नई कंपनी देश में टेलिकॉम सेक्टर में देश की सबसे बड़ी कंपनी होगी. इसके करीब 38 करोड़ कस्टमर्स होंगे. अभी तक भारती एयरटेल 28 करोड़ ग्राहकों से साथ नंबर वन पर थी.
मीडिया खबरों के अनुसार वोडाफोन बोर्ड ने सोमवार को विलय के प्रस्ताव पर मुहर लगा दी. आइडिया सेलुलर बोर्ड ने वोडाफोन इंडिया लिमिटेड और इसके पूर्ण स्वामित्व वाली वोडाफोन मोबाइल सर्विसेज के कंपनी के साथ विलय को मंजूरी दी. जिसके बाद वोडाफोन पीएलसी ने आइडिया सेल्युलर के साथ विलय का ऐलान कर दिया.
आइडिया और वोडाफोन की विलय प्रक्रिया अगले साल तक पूरी हो जाएगी. नई कंपनी में वोडाफोन की हिस्सेदारी 45 प्रतिशत जबकि आइडिया की हिस्सेदारी 26 प्रतिशत होगी. आगे जाकर आदित्य बिड़ला ग्रुप और वोडाफोन का हिस्सा बराबर हो जाएगा. आइडिया का वैल्युएशन 72,2000 करोड़ रुपया होगा.
फाइलिंग के अनुसार एबी ग्रुप के पास 130 रुपये प्रति शेयर की दर से नई कंपनी के 9.5 प्रतिशत खरीदने का अधिकार होगा. इस ऐलान के बाद आइडिया के शेयरों में 2.5% की उछाल आ गई. माना जा रहा है कि यह टेलिकॉम इंडस्ट्री की सबसे बड़ी डील है. मर्जर हुई कंपनी में वोडाफोन 50% हिस्सेदारी ट्रांसफर करेगी.