नई दिल्ली: 4 घंटे में देश के दुश्मनों को उनके ही गढ़ में ढेर कर दिया. रात में चला ऑपरेशन, रात में ही उग्रवादियों को मार गिराया. तीन उग्रवादियों को अकेले गणेशनाथ ने मार गिराया. ये सब जितना आसान दिखता है उतना नहीं था.
देखिए मणिपुर के घने जंगलों में असम राइफल्स का ऑपरेशन की पूरी कहानी. इस ऑपरेशन का नाम दिया गया ऑपरेशन समर स्टॉर्म. ऑपरेशन के लिए शौर्यचक्र से सम्मानित हुए सुबेदार गणेशनाथ. अरुणांचल प्रदेश के लोंगडिंग जिले में शनिवार को उग्रवादियों ने घात लगाकर असम राइफल्स के जवानों पर हमला बोल दिया.
जिसमें अबतक दो जवान शहीद हो चुके हैं जबकि 9 अन्य घायल हो गए थे . यह हमला भारत म्यांमार सीमा से 20 किलोमीटर की दूरी पर हुआ. हमले के बाद सेना ने इलाके में सर्च ऑपरेशन की शुरुआत की. घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया.
बताया जा रहा है कि यहां से सेना का काफिला गुजर रहा था, तभी घात लगाए आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी. गुप्त सूत्रों के मुताबिक यह हमला उल्फा और एनएससीएन के उग्रवादियों ने अंजाम दिया है. कंवर ने शहीद जवान की पहचान के बारे में खुलासा नहीं किया और ना ही हमला करने वाले समूह के बारे में कुछ बताया.
उन्होंने कहा कि इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है और घायलों जवानों को निकालने की कोशिश की जा रही है. लोंगडिंग से आ रही अपुष्ट खबरों के मुताबिक एनएससीएन(K) और उल्फा (स्वतंत्र) के काडर ने संयुक्त रूप से हमले को अंजाम दिया है.