बजट सत्र के बाद केंद्रीय कैबिनेट में हो सकता है बड़ा फेरबदल

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली बड़ी जीत के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2017 और 2018 में 6 राज्यों में होने वाले चुनावों को देखते हुए बजट सत्र के बाद अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल कर सकते हैं. हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि कैबिनेट में नए चेहरों को शामिल करने के लिए फैरबदल संभव है.

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बजट सत्र के बाद केंद्रीय कैबिनेट में हो सकता है बड़ा फेरबदल

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  • March 16, 2017 4:41 am Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मिली बड़ी जीत के बाद अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2017 और 2018 में 6 राज्यों में होने वाले चुनावों को देखते हुए बजट सत्र के बाद अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल कर सकते हैं. हालांकि ये भी कहा जा रहा है कि कैबिनेट में नए चेहरों को शामिल करने के लिए फैरबदल संभव है. बता दें कि 2017 में हिमाचल प्रदेश, गुजरात में विधानसभा चुनाव और 2018 में चार राज्यों कर्नाटक, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में होने वाले हैं. 
 
 
सूत्रों के अनुसार कैबिनेट में बदलाव 12 अप्रैल को सदन का सत्र समाप्त होने के बाद किया जा सकता है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कैबिनेट में जब भी कोई बदलाव होगा, वो बड़ा होगा क्योंकि सरकार के 5 साल पूरे होने में 26 महीने ही बाकी हैं. 
 
बता दें कि मनोहर पर्रिकर के गोवा के सीएम बनने के बाद रक्षा मंत्री का पद खाली है. जिसका कार्यभार फिलहाल वित्त मंत्री अरुण जेटली को दे दिया गया है. साफ है कि वित्त मंत्रालय और रक्षा मंत्रालय दोनों काफी बड़ा और अहम विभाग है, ऐसे में एक ही मंत्री के लिए दोनों विभाग संभालना चुनौती भरा होगा. इसलिए माना जा रहा है कि पीएम मोदी रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी किसी और को सौंप सकते हैं. 
 
वहीं सुषमा स्वराज के किडनी ट्रांसप्लांट के कारण विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी उनकी जगह किसी और को देने की भी अटकलें हैं. हालांकि, बुधवार को तीन महीने के बाद लोकसभा लौटीं सुषमा बेहद सहज नजर आईं हैं. दूसरी ओर अगर राजनाथ सिंह को यूपी का मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो गृह मंत्री का पद खाली हो जाएगा, जिसे भरने के लिए बीजेपी को काफी मशक्कत करनी पडेगी.
 
बता दें कि हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक में कांग्रेस की सरकारें है. वहीं गुजरात, मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में खुद भाजपा की ही सरकारें हैं. उत्तर प्रदेश की तरह इन सभी राज्यों में भी चुनावी परचम लहराकर बीजेपी 2019 में पीएम मोदी की फिर से प्रधानमंत्री बनने की राह आसान करना चाहती है. 

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