नई दिल्ली: जेएनयू सुसाइड मामले में छात्र मुथु कृष्णन की बॉडी का बुधवार को पोस्टमॉर्टम किया गया है. सूत्रों के मुताबिक पोर्टमॉर्टम रिपोर्ट में सुसाइड की पुष्टि हुई है. बुधवार को केन्द्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण छात्र मुथु कृष्णन के परिवार से मिलने AIIMS पहुंची थीं. घरवालों की मांग पर उन्होंने यहीं से दिल्ली पुलिस को उन धाराओं में FIR दर्ज करने के निर्देश दिए, जिसकी परिवार वाले मांग कर रहे थे. इसके बाद घरवाले छात्र की बॉडी का पोस्टमॉर्टम कराने के लिए राजी हुए.
5 डॉक्टरों की टीम ने किया पोस्टमॉर्टम
पांच डॉक्टरों के मेडिकल बोर्ड ने दिल्ली के एम्स में मुथु कृष्णन की बॉडी का पोस्टमॉर्टम किया. पोस्मॉर्टम के बाद छात्र की बॉडी को विमान से तमिलनाडु भेज दिया गया. मुथु कृष्णन के पिता ने सरकार से मांग की है कि उनकी दो बेटियों में से किसी एक को नौकरी दी जाए. इस मांग को लेकर सरकार ने विचार करने का भरोसा दिया है.
JNU छात्र की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में क्या है?
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के मुताबिक छात्र की मौत को लेकर कोई दूसरी वजह सामने नहीं आई है. सूत्रों के मुताबिक शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला है कि मुथु कृष्णन की मौत लटकने यानी फांसी लगने से हुई है. उसके शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं मिले हैं. हालांकि सुसाइड की वजह क्या है, ये जांच के बाद ही साफ हो पाएगा. छात्र के पिता की मांग पर पोस्टमॉर्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई.
अंदर की बात
अंदर की बात ये है कि ये मामला संसद में भी जोर-शोर से उठा और सरकार रोहित वेमुला की तरह इसे विवादित नहीं बनाना चाहती थी. लिहाजा, केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण ने खुद मोर्चा संभाला और दिल्ली पुलिस को FIR दर्ज करने के निर्देश दिए. ये कदम दलितों को लेकर बीजेपी के रुख में बदलाव का भी साफ संकेत है.