नई दिल्ली: गोवा के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) विधायकों ने मणिपुर में भी राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश किया है. राज्य में बीजेपी भले ही नंबर दो की पार्टी रही हो लेकिन वह मणिपुर में पहली बार सरकार बनाने की स्थिती में आई है. दरअसल बीजेपी को नैशनलिस्ट पीपल्स पार्टी (NPP) और एलजेपी से समर्थन मिल गया है. इस बात की जानकारी पार्टी के महासचिव राम माधव ने दी.
राम माधव ने बताया कि 31 विधायकों के समर्थन पत्र के साथ नजमा हेपतुल्ला से मिले हैं. हमें एनपीपी और एलजेपी ने मणिपुर में बीजेपी को सरकार बनाने के लिए समर्थन दिया है. हमें दोनों पार्टियों से सरकार बनाने के लिए जरुरी समर्थन मिल गया है. अब हम इसे विधानसभा में साबित करेंगे.
वहीं बीजेपी नेता हिमंता बिश्व शर्मा ने जानकारी दी है कि मणिपुर में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के एक-एक विधायक बीजेपी में शामिल हो गए हैं. अब बीजेपी के पास 32 विधायक हैं. बता दें कि मणिपुर की 60 सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस 28 सीटों और बीजेपी ने 21 सीटें जीतीं हैं. हालांकि बहुमत के लिए 31 सीटों की जरूरत है.
बता दें कि एनपीपी और नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) को 4-4 सीटें मिली हैं. एलजेपी, तृणमूल कांग्रेस और निर्दलीय के खाते में भी एक-एक सीट गई है. बीजेपी को एनपीएफ से भी समर्थन मिलने की पूरी उम्मीद है क्योंकि वह केंद्र में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए और नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रैटिक अलायंस में सहयोगी है.
पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिला है. पंजाब में कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिला है. इसके साथ ही गोवा और मणिपुर में कांग्रेस बड़ी पार्टी थी लेकिन बहुमत से दूर थी. अब 5 राज्यों में से कांग्रेस के पास केवल एक राज्य पंजाब है.