नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में मिली ऐतिहासिक जीत के बाद बीजेपी संसदीय दल बोर्ड की बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, गृहमंत्री राजनाथ सिंह समेत कई सीनियर नेता मौजूद रहे. लेकिन इस बैठक में यूपी और उत्तराखंड के सीएम के नाम पर आम सहमति नहीं बन पाई है. अब 16 मार्च को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान किया जाएगा.
बताया जा रहा है कि बैठक आम सहमति न बनने पर यूपी के लिए वेंकैया नायडू और भूपेंद्र यादव को चुनाव पर्यवेक्षक बना दिया गया है. यह दोनों 16 मार्च को बीजेपी विधायक दल की बैठक में हिस्सा लेंगे. यही पर यूपी के सीएम के नाम का ऐलान होगा.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संसदीय दल बोर्ड की बैठक में में पीएम मोदी गाजीपुर से सांसद और रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा को सीएम बनाना चाहते थे. लेकिन इस पर पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने उनके नाम पर आपत्ति जताई. इसके अलावा वहीं अमित शाह ने भी किसी दूसरे नाम पर चर्चा की. जब किसी नाम पर सहमति नहीं बनी तो इसके बाद पीएम मोदी ने फैसला विधायकों पर छोड़ दिया. इसके बाद बैठक खत्म हो गई.
बता दें कि उत्तर प्रदेश की 403 सीटों में से बीजेपी को 312, सपा को 47, कांग्रेस को 7, राष्ट्रीय लोक दल को 1, बसपा 19, अपना दल को 9, एनआईएसएचएडी को 1, सुखदेव भारतीय समाज पार्टी को 4 और अन्य के खाते में 3 सीटें गई हैं. माना जा रहा है कि इस रेस में केशव प्रसाद मौर्य, योगी आदित्यनाथ, दिनेश शर्मा, सिद्धार्थनाथ सिंह में से कोई एक मुख्यमंत्री बन सकता है.