लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिलने के बाद अखिलेश यादव ने राज्यपाल राम नाइक को अपना इस्तीफा सौंप दिया है. राज्यपाल से मुलाकात के बाद अखिलेश ने नियम अनुसार अपनी तरफ से इस्तीफा सौंपा जिसे स्वीकार कर लिया गया. इस्तीफा देने से पहले अखिलेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमारी साइकिल ट्यूबलैस साइकिल थी उसमें हवा ही नहीं पड़ रही थी.
अखिलेश ने हार स्वीकारते हुए कहा, ‘समाजवादियों ने पांच साल लगातार उत्तर प्रदेश को आगे बढ़ाने का काम किया, आने वाली सरकार और बेहतर काम करेगी, जनता का फैसला स्वीकार है.’ हारने के कारणों पर उन्होंने कहा, ‘हो सकता है जनता को हमसे बेहतर काम चाहिए. हमने एक्सप्रेस-वे बनाया था शायद बीजेपी बुलेट ट्रेन लेकर आएगी. शायद जनता को एक्सप्रेस-वे न पसंद आया हो और उन्होंने बुलेट ट्रेन के लिए वोट दिया हो.’
सीएम ने आगे कहा, ‘कभी-कभी लोकतंत्र में समझाने से नहीं बल्कि बहकाने से वोट मिलता है प्रदेश की जनता ने समाजवादियों की हमेशा मदद की है और हमने प्रदेश में काम किया है. अब देखना है कि समाजवादियों से बेहतर काम कौन करता है.’
सीएम ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि हो सकता है अब बीजेपी के आने के बाद यूपी के किसानों के कर्ज माफ हो जाएं. पूरे देश के किसानों के कर्ज माफ हो जाएं. इस पर मुझसे ज्यादा खुश कौन हो सकता है. देखना ये भी है कि नोटबंदी वाला पैसा गरीबों तक कितना पहुंचता है. अब पहली कैबिनेट बैठक का इंतजार है. इसके अलावा मायावती के चुनाव में गड़बड़ी होने के आरोप पर अखिलेश ने कहा कि अगर ईवीएम पर सवाल उठाया गया तो इस पर जांच करानी चाहिए.
बता दें कि बता दें कि BJP को उत्तर प्रदेश में प्रचंड बहुमत मिला है. उत्तर प्रदेश की 403 सीटों में से बीजेपी को 325, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस गठबंधन को 54, बसपा को 20 और अन्य के खाते में 4 सीटें गई हैं.