उलेमा काउंसिल ने सैफुल्लाह के एनकाउंटर को बताया फर्जी, FIR दर्ज

राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल के अध्यक्ष आमिर मदनी ने लखनऊ में मारा गया संदिग्ध आतंकी सैफुल्ला के एनकाउंटर को फर्जी बताया है. इस बात को सज्ञान में लेते हुए एडीजी (लॉ ऐंड ऑर्डर) दलजीत चौधरी ने कानपुर के एसएसपी को राष्ट्रीय मदनी के खिलाफ केस दर्ज करने का निर्देश दिया था.

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उलेमा काउंसिल ने सैफुल्लाह के एनकाउंटर को बताया फर्जी, FIR दर्ज

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  • March 10, 2017 2:36 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
लखनऊ: राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल के अध्यक्ष आमिर मदनी ने लखनऊ में मारा गया संदिग्ध आतंकी सैफुल्ला के एनकाउंटर को फर्जी बताया है. इस बात को सज्ञान में लेते हुए एडीजी (लॉ ऐंड ऑर्डर) दलजीत चौधरी ने कानपुर के एसएसपी को राष्ट्रीय  मदनी के खिलाफ केस दर्ज करने का निर्देश दिया था. मौलाना ने सैफुल्लाह के पिता से भी मुलाकात की थी.
 
 
घरवालों से हुई 45 मिनट बात
मौलाना और सैफुल्ला के पिता के बीच करीब 45 मिनट तक बात हुई थी. उसके बाद मौलाना मदनी, आतिफ और फैजल के घर भी गए थे. इस दौरान मौलाना ने कहा कि आज कल देश में इस तरह के कई फर्जी एनकाउंटर हुए हैं. उन्होंने सैफुल्ला के मारे जाने पर कई तरह के सवाल उठाते हुए कहा कि इस मामले को लेकर वह सुप्रीम कोर्ट और हाईकोर्ट तक लेकर जाएंगे.
 
 
‘RSS-BJP ने मिलकर कराया काम’
आमिर रशादी यहीं नहीं रुके उन्होंने एनकाउंटर के समय मौजूद पुलिसकर्मियों के नार्को टेस्ट तक की बात कही. उन्होंने बताया कि फर्जी लखनऊ एनकाउंटर का मास्टरमाइंड सैफुल्लाह नहीं एडीजी हैं, जो मुसलमानों और हिंदूओं के बीच नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा आरएसएस और बीजेपी के साथ अखिलेश सरकार ने मिलकर यह काम किया है.
 
 
‘लड़के को बली का बकरा बनाया’
मदनी ने अखिलेश सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इन्होंने हमारे लड़के को बली का बकरा बनाया. हम लड़ेंगे, सबको लड़ायेंगे. मदनी ने ये भी कहा कि सैफुल्ला के पिता से फोन करके पुलिसवाले कहते हैं कि लड़के से कहो कि वह सरेंडर कर दें लेकिन परिवार वालों की लड़के से तो बात ही नहीं कराई गई. पुलिस वाले किससे सरेंडर करवा रहे थे. पहले बोला सैफुल्ला आईएस से है, फिर बोलते हैं आईएस से नहीं है तो इसका क्या मतलब निकाला जाए. एटीएस के लोग पहले भी ऐसे काम कर चुके हैं. 
 
 
ISIS आतंकी नहीं था सैफुल्ला
लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके की हाजी कॉलोनी के एक घर में छिपा संदिग्ध आतंकी सैफुल्ला 12 घंटे की मुठभेड़ के बाद मारा गया है. पहले मिली जानकारी के अनुसार सैफुल्ला आईएसआईएस का आतंकी था. हालांकि बाद में एडीजी दलजीत चौधरी ने इसे खारिज कर दिया था. उन्होंने कहा था कि वह किसी संगठन से जुड़ा हुआ नहीं था, वह इंटरनेट और किताबों के जरिए आईएस से प्रेरित था. उन्होंने ये भी बताया कि ये आइएस से प्रभावित थे और खुद का एक ग्रुप बनाकर काम करना चाहते थे.
 
 
सैफुल्लाह के पिता ने उसका शव लेने से मना कर दिया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक उसके पिता का कहना है कि सैफुल्लाह ने जो किया वो अफसोसजनक है. उन्होंने कहा कि जो देश के खिलाफ है हम उसके खिलाफ हैं. सैफुल्लाह के मारे जाने पर उसके पिता का कहना है कि वो उसका शव नहीं लेंगे. सूत्रों के मुताबिक सैफुल्लाह के घर से से बम बनाने के तरीके, रेल नेटवर्क का मैप और कई दूसरी आपत्ति जनत सामान भी बरामद हुआ है.

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