लखनऊ : उत्तर प्रदेश के लखनऊ एनकाउंटर में एटीएस के हाथ 2 आतंकियों की गर्दन तक पहुंच चुके हैं. इनमें से एक का नाम गौस मोहम्मद खान और दूसरे का नाम अजर बताया जा रहा है. गौरतलब है की मास्टरमाइंड गौस मोहम्मद एयरफोर्स में भी काम कर चुका है.
सैफुल्लाह जिस वक्त इस आतंकी गतिविधि को अंजाम दे रहा तो उस वक्त गौस मोहम्मद वहां मौजूद था. मोहम्मद पर हथियार पहुंचाने और सभी आतंकियों को भ्रमित करने का आरोप है.
एटीएस के अनुसार, मोहम्मद ऊर्फ कारण खत्री ही इस आतंकी मॉड्यूल का मास्टर माइंड है. बताया जा रहा है की वह कानपुर के जाजमऊ का निवासी है. वह पूरे मॉड्यूल को आतंकी दिशा में ले जाने के लिए सभी आतंकियों को प्रेरित करता था और जहां तक बात की जाए अजहर की तो वह इन आतंकियों को हथियार सप्लाई करने का काम करता था.
फिलहाल तो एटीएस के हाथ सिर्फ दो ही आतंकी लगे हैं अब भी चार आतंकी उनकी गिरफ्तार से बाहर हैं. इनमें से दो आतंकियों के दिल्ली आने का संदेह जताया जा रहा है जिस कारण संसद सहित महत्वपूर्ण जगहों पर सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है.
ऐसे ट्रेस हुई थी लोकेशन
आतंकियों ने एनकाउंटर से पहले सेटेलाइट फोन और फर्जी एक्सचेंज के जरिए फीड भेज रहे थे लेकिन बीच में नेटवर्क फेल होने के कारण लोकेशन ट्रेस हो गई जिस कारण इस बात की सूचना एमपी और यूपी पुलिस को लगी. इसी सूचना के बाद यूपी एटीएस ने लखनऊ, कानपुर और इटावा से कई संदिग्धों को पकड़ा.
बता दें की लखनऊ एनकाउंटर में मारा गया आतंकी सैफुल्ला कानपुर के बेहद ही साधारण परिवार से था, एक दिन पिता की डांट के बाद सैफुल्लाह घर छोड़कर निकल गया जिसके बाद वह आईएस के खुरासान मॉड्यूल के संपर्क में आया था.