लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के सातवें और अंतिम चरण के लिए वोटिंग खत्म हो चुकी है. 7 जिलों की 40 सीटों पर वोटिंग सुबह 7 बजे शुरू हुई थी. वोटिंग को ध्यान में रखते हुए राज्य में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. सातवें चरण में शाम 5 बजे तक 60.03 फीसदी मतदान रिकॉर्ड दर्ज किया गया है. नक्सल प्रभावित 3 सीटों पर चार बजे ही वोटिंग खत्म हो गई थी.
सातवें चरण में 7 जिलों की 40 सीटों पर मतदान सम्पन्न, चंदौली में 63.78 फीसदी, मिर्जापुर में 62.6 फीसदी, भदोही में 57.9 फीसदी, वाराणसी में 63 फीसदी, सोनभद्र में 62.5 फीसदी, गाजीपुर में 59 फीसदी और जौनपुर में शाम 5 बजे तक 61.35 फीसदी मतदान हुआ. आखिरी चरण के चुनाव में करीब एक करोड़ 41 लाख मतदाता 535 उम्मीदवारों की किस्मत का फ़ैसला करेंगे. चुनाव के नतीजे 11 मार्च को आएंगे.
नेताओं ने की जमकर रैलियां
बीजेपी के लिए वाराणसी काफी महत्वपूर्ण है. इस क्षेत्र में चुनाव प्रचार का जिम्मा खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिया था. पीएम ने वाराणसी में लगातार तीन दिन तक रोड शो करके पार्टी के लिए चुनाव प्रचार किया था. इस दौरान वह गढ़वाघाट आश्रम गए थे, वहां उन्होंने यादव समाज के गुरु से भी मुलाकात की थी. पीएम लाल बहादुर शास्त्री के पैतृक घर भी गए थे. वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और यूपी सीएम अखिलेश यादव ने भी वाराणसी में संयुक्त रोड शो किया था. बीएसपी प्रमुख मायावती ने भी वाराणसी और उसके आसपास के इलाकों में पार्टी के लिए वोट मांगे थे.
एक वर्ग ने नहीं डाला वोट
नेताओं की ओर से जबरदस्त रैलियां करने और ताबड़तोड़ प्रचार करने के बाद भी यूपी में एक वर्ग ऐसा भी है जो आज वोट नहीं दे रहा है. यह वर्ग है आंगनवाड़ी में काम करने वाली महिलाओं का. इन महिलाओं का कहना है कि कोई भी राजनीतिक दल आंगनवाड़ी में काम करने वाली महिलाओं की समस्याओं को लेकर कुछ नहीं करता है इसीलिए उन्होंने वोट न देने का फैसला किया है.
95 उम्मीदवारों पर गंभीर आपराधिक मामले
एडीआर की रिपोर्ट के अनुसार आठ मार्च को होने वाले 40 सीटों पर कुल 535 उम्मीदवार खड़े हैं. ये उम्मीदवार 87 राजनीतिक दलों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, जिनमें 6 राष्ट्रीय दल, 4 क्षेत्रीय दल, 77 गैर मान्यता प्राप्त दल और 136 निर्दलीय उम्मीदवार शामिल हैं. इन प्रत्याशियों में से 115 यानी 22 प्रतिशत प्रत्याशी दागी और आपराधिक छवि वाले हैं.
जिसमें से 95 (18 प्रतिशत) उम्मीदवारों ने अपने ऊपर गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, महिलाओं के ऊपर अत्याचार से सम्बन्धित अपराध शामिल हैं. 9 उम्मीदवारों पर हत्या (आईपीसी-302) से संबंधित मामले दर्ज हैं. 15 उम्मीदवारों पर हत्या का प्रयास (आईपीसी-307) से संबंधित मामले और 6 उम्मीदवारों पर महिलाओं के ऊपर अत्याचार करने के मामले दर्ज हैं. इसके अलावा पांच उम्मीदवारों पर अपहरण से संबंधित मामले दर्ज हैं.
BJP के 13 उम्मीदवार आपराधिक छवि वाले
रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी के 31 में से 13 (42 प्रतिशत) उम्मीदवार आपराधिक छवि वाले है. बीएसपी के 40 में से 17 (43 प्रतिशत), रालोद 21 में से 4 (19 प्रतिशत), सपा के 31 में से 19 (61 प्रतिशत), सीपीआई के 14 में से 1 (7 प्रतिशत), कांग्रेस के 9 में से 5 (56 प्रतिशत) और 136 में से 22 (16 प्रतिशत) निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपने ऊपर आपराधिक मामलें घोषित किए हैं.