लखनऊ. भोपाल-पैसेंजर ट्रेन में हुए विस्फोट के बाद जब जांच शुरू हुई तो कई जानकारी सामने आ गईं. लखनऊ के ठाकुरगंज इलाके में हुआ एन्काउंटर इसी का नतीजा था.
खबर मिली है कि आईएसआईएस से जुड़े संगठन आइएसआइएस खुरासान लखनऊ-कानपुर मॉड्यूल के बल पर बाराबंकी जिले के एक कस्बे में विस्फोट करनी की साजिश कर रहा था.
यूपी पुलिस के आईजी दलजीत सिंह ने बताया है कि मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश से खुरासान मॉड्यूल के 6 आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है.
बाराबंकी की साजिश के लिए इन लोगों ने ठाकुरगंज के मकान को किराए पर लिया था. इस पूरी साजिश में मारे गए सैफुल्लाह के अलावा कानपुर का दानिश अख्तर उर्फ जफर, अलीगढ़ का सैयद मीर हुसैन उर्फ हम्जा, कानपुर का आतिश मुजफ्फर और कुछ लोग शामिल हैं.
इस पूरी साजिश के समय रहते खुलासे के बाद सवाल इस बात का है कि क्या भारत के अंदर दुनिया का सबसे बड़ा आतंकी संगठन आईएसआईएस पूरी तरह पैर पसार चुका है.
इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि तीन महीने से ये आंतकी इस मकान में रहकर साजिश रच रह थे लेकिन स्थानीय खूफिया विभाग को इसकी सूचना तक न थी.
जबकि इस समय विधानसभा चुनाव के चलते पूरा प्रदेश अलर्ट पर है अगर भोपाल-उज्जैन पैसेंजर में हुए विस्फोट के बाद आतंकी पकड़े न जाते तो क्या बाराबंकी में विस्फोट की साजिश कामयाब हो जाती?