‘इंटरनेशनल वुमन्स डे’ मनाने के पीछे है ये खास वजह ?

नई दिल्ली: इंटरनेशनल वुमन्स डे यानि महिलाओं के सम्माना का दिन. इस दिन को राजनीतिक और समाजिक स्तर पर महिलाओं के समान अधिकारों को देखते हुए पूरी दुनिया में मनाया जाता है. आज की तारीख में हर क्षेत्र में महिलाएं आगे हैं लेकिन अतीत में ऐसा नहीं था. जिस प्रकार की आजादी आज महिलाओं को आजादीद है, वे पहले नहीं थीं. पहले वे न वे पढ़ पाती हैं न नौकरी कर पाती थीं और न ही उन्हें वोट डालने की आजादी थी. आज 8 मार्च को वुमन्स डे होता है और यह 1900 से हर साल मनाया जा रहा है.
वुमन्स डे किसी ग्रुप या संस्था तक सीमित नहीं है. यह सरकार, देश भर की महिला संस्थानों और कारपोर्रेशन की तरफ से मनाया जाता है. इस दिन पूरी दुनिया में आर्ट परफॉर्मेन्स, मार्च और रैलियों का आयोजन किया जाता है. महिलाओं के सम्मान में इस दिन कई जगह प्रोग्राम होते हैं, जिसमें महिलाएं बढ़चढ़ कर हिस्सा लेती हैं. यह दिन इसलिए मनाया जाता है कि ताकि महिलाओं को मीडिया, शिक्षा में बढ़ावा और करियर के क्षेत्र में अवसर मिले.
कई देशों में इस दिन छुट्टी भी दी जाती है. इसके साथ ही जो महिलाओं काम करती हैं उनके लिए ऑफिस में कार्यक्रम का आयोजन होता है. आज के समय में महिलाएं हर क्षेत्र में देश का नाम रोशन कर रही हैं. उनके काम को और उनको प्रोत्साहित करने के लिए वुमन्स डे मनाया जाता है.
इंटननेशनल वुमन्स डे का ऑफिशियल सिंबल वीनस होता है. इस सिंबल को बैंगनी रंग के साथ उन सभी महिलाओं की तस्वीरों के साथ सजाया जाता है, जिन्होंने अपने जीवन में बहुत संघर्ष किया और सफलता हासिल की है.
इस सिंबल के लिए बैंगनी रंग इसलिए चुना गया है क्योंकि यह  गरिमा और न्याय का प्रतीक है. यह दिन मनाने के यही दो महत्वपूर्ण लक्ष्य हैं जो पूरे विश्व में इंटरनेशल वुमेन्स डे के मौके पर हमें हासिल करने हैं. इंटरनेशल वुमेन्स डे के दिन जिन महिलाओं ने सामाजिक, राजनीतिक और महिलाओं को समान अधिकार दिलाने के लिए कई प्रयास किए थे उन्हें भी याद किया जाता है.
भारत में भी इंटरनेशनल वुमेन्स डे को काफी बड़े स्तर पर मनाया जाता है. भारत में वुमन्स डे के दिन कई राज्यों में महिलाओं के लिए कई बड़े कार्यक्रमों का आयोजन होता है.  महिलाओं को सम्मान देने के लिए सरकारी और गैर सरकारी संस्थान हर साल कुछ अलग या नए ढंग इस दिन को मनाने की कोशिश करते हैं.
गौरतलब है कि इस बार अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की थीम है ‘Be Bold for Change’ यानी कि बदलाव के लिए सशक्त बनें. यह कैंपेन लोगों का आह्वान करता है कि वह बेहतर दुनिया के लिए कार्यरत हों जिसमें लिंगभेद से इतर सबको शामिल किया जाए
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