नई दिल्ली : 30 साल तक भारत का गौरव बनकर रक्षा करने वाला एयरक्राफ्ट कैरियर आईएनएस विराट सोमवार को सेवा निवृत्त हो गया. 57 साल समुद्र पर राज करने वाला विराट गौरवशाली इतिहास लिख चुका है.
आईएनएस विराट का इतिहास जो न सिर्फ भारतीय नौसेना के साथ बल्कि ब्रिटिश रॉयल नेवी के साथ भी जुड़ा हुआ है. आईएनएस विराट 30 सालों तक भारतीय नौसेना में सेवा देने से पहले 27 साल तक रॉयल नेवी यानी ब्रिटिश नौसेना के लिए भी सेवा दे चुका है.
बन सकता है म्यूजियम
आईएनएस विराट पर म्यूजियम बनाने को लेकर नेवी चीफ सुनील लांबा ने कहा की आईएनएस विराट म्यूजियम में तब्दील हो इस पर फैसला सरकार लेगी. हालांकि, आंध्र प्रदेश ने आईएनएस विराट को अपने अधीन लेकर म्यूजियम बनाने की इच्छा जताई है.
आज की डी-कमीशनिंग के मौके पर रॉयल नेवी के वो अधिकारी भी मौजूद थे जिन्होंने इस युद्ध पोत पर काम किया था. ब्रिटिश नौसेना के पूर्व अधिकारी भी चाहते हैं की आईएनएस विराट को म्यूजियम में तब्दील किया जाए. कुछ ब्रिटिश नौसैनिकों ने अपनी सरकार को पत्र लिखकर आईएनएस विराट को फिर से ब्रिटेन बनाने की मांग की थी हालांकि, ब्रिटेन की सरकार ने खर्च का हवाला देते हुए इस प्रस्ताव को नकार दिया.
1980 में खरीदा गया
भारतीय नौसेना से आईएनएस विराट को सन् 1980 में साढ़े छह करोड़ डॉलर देकर खरीदा था, जिसके बाद 12 मई 1987 को इसे सर्विस में शामिल किया गया था. भारतीय नौसेना के पास आईएनएस विराट को हटाने के बाद दो विमान वाहक पोत कम हो जाएंगे. गौरतलब है की इससे पहले आईएनएस विक्रांत को भी सेवा से हटा दिया गया था.
इतना ही नहीं इसे ग्रेट ओल्ड लेडी के नाम से भी जाना जाता है. 26 फरवरी को आईएनएस विराट के डी-कमीशन की जानकारी वाइस एडमिरल गिरीश लथुरा ने दी थी. बता दें की सबसे अधिक समय तक सेवा देने के लिए आईएनएस विराट का नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया था.