नई दिल्ली : सोशल मीडिया के कई रूप से आप मिल चुके हैं, उसके कई रंग आपने देख लिए हैं, लेकिन इस सोशल मीडिया का एक ऐसा भी रंग है जो गुलाबी है. ये रंग महिलाओं की ताकत का, उनके खिलाफ हो रहे अत्याचारों का है, छेड़छाड़ का है, अश्लील हरकत करने वालों के खिलाफ एक्शन का है.
सोशल मीडिया की दुनिया ने अब ऐसे बदतमीज मजनुओं के खिलाफ एक नई मुहीम छेड़ दी है, अब कोई भी किसी महिला को छेड़ उसके खिलाफ अश्लील हरकतें कर, अस्मिता को चोट पहुंचा कर बचकर नहीं निकल सकता. महिलाओं के हक के लिए अब सोशल मीडिया नया हथियार बन चुका है.
लड़कियों से छेड़छाड़ हिंदुस्तान के हर इलाके में होती है. बोली जो भी हो, भाषा भले ही बदल जाए, लेकिन ऐसे मजनुओं की फितरत कश्मीर से कन्या कुमारी तक एक ही होती है. पहले ऐसी घटनाएं गली मोहल्लों में घटती थी और वहीं दफन होकर रह जाती थी.
अब सोशल मीडिया की दुनिया में अब सब जान गए हैं कि बदतमिजी का एक वीडियो अपलोड करने के बाद वह शख्स दुनिया में किसी को मुंह दिखाने के लायक नहीं रहेगा.