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Exclusive: ‘मेक इन इंडिया’ का असर, भारत के पास जल्द होगा अपना नेविगेशन सिस्टम

जी पी एस सिस्टम की अनिवार्यता से आज सभी वाकिफ हैं लेकिन क्या आपको पता हे जी पी एस सिस्टम पूरा विदेशी है मगर परेशान मत होइए, जल्द ही हमारा अपना नेविगेशन सिस्टम होगा जो सम्पूर्ण स्वदेशी होगा.

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  • March 4, 2017 3:34 pm Asia/KolkataIST, Updated 8 years ago
नई दिल्ली:  जी पी एस सिस्टम की अनिवार्यता से आज सभी वाकिफ हैं लेकिन क्या आपको पता हे जी पी एस सिस्टम पूरा विदेशी है मगर परेशान मत होइए, जल्द ही हमारा अपना नेविगेशन सिस्टम होगा जो सम्पूर्ण स्वदेशी होगा.  इसकी पूरी तैयारियां कर ली गई हैं इसका टेस्टिंग किया जा रहा और जल्द ही नया नेविगेशन सिस्टम लांच होगा जिसका नाम खुद प्रधान मंत्री मोदी ने रखा हे इसे नाविक नाम दिया गया है.
 
हवाई यात्रा .रेल ,ऐ टी एम् ,रेलवे की ऑटो ट्रेकिंग – मानव रहित रेलवे क्रोसिंग ये सब नाविक के सहारे चलेंगे. ये सिस्टम सेना और रक्षा के लिए विशेष कारगर साबित  होगा.  आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए तैयार सेटेलाईट मोबाइल सिस्टम सब अपना होगा.  इतना ही नहीं हम  विश्व के उन पांच अग्रिम देशो की कतार में खड़े होंगे जिनके पास ये सिस्टम है.  
 
यह सिस्टम नाविक जी पी एस की अपेक्षा तीन गुना तेज है.  देश के दूर दराज किसी भी कोने तक इसकी पहुंच हैं. आज हर वो चीज जिसमे हम दूसरो पर निर्भर थे वो अब हमारी होगी.  खुद की सेटेलाइट के मामले में अब हम सपूर्ण स्वदेशी होने जा रहे हे 2017 के अंत तक हर चीज जो अभी तक दूसरे देशो की निर्भरता पर चलती थी वो खुद हमारी होगी.  
 
प्रधानमंत्री मोदी ने जब मेक इन इंडिया का नारा दिया था उस वक्त इसरो के वैज्ञानिको को खुद के पैरो पर खड़ा होने की सलाह दी थी इसरो का होसला बढ़ा और कामयाबी हाथ में है.

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