नई दिल्ली. अमेरिकी थिंक टैंक प्यू रिसर्च सेंटर ने दावा किया है कि 2050 तक भारत में दुनिया के दूसरे देशों के मुकाबले सबसे ज्यादा हो जाएंगे.
एक रिसर्च में कहा गया है कि दुनिया के दूसरे धर्मों के मुकाबले मुस्लिम धर्म के युवाओं की औसत आयु 30 साल है.
गौरतलब है कि पूरी दुनिया में ईसाई धर्म के बाद दूसरा धर्म इस्लाम ही आता है और ये दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ता धर्म है.
प्यू रिसर्च के मुताबिक अगर जनसंख्यिकी का आंकड़ा ऐसी ही चलता रहा तो सदी के अंत कर पूरी दुनिया में मुस्लिमों की संख्या सबसे ज्यादा हो जाएगी. अभी इंडोनेशिया में सबसे ज्यादा मुस्लिम आबादी रहती है.
आपको बता दें कि 2015 में प्यू की ओर से एक रिपोर्ट जारी की गई थी जिसमें कहा गया था कि आने वाले दशकों में दुनिया की जनसंख्या में 35 फीसद की बढोत्तरी हो जाएगी और 2050 तक मुस्लिम आबादी करीब 73 फीसद तक बढ़ जाएगी.
प्यू के आंकलन की मानें तो 2010 में दुनिया में मुसलमानों की आबादी 1.6 अरब थी और 2050 तक यह संख्या 2.8 अरब हो जाएगी.
वहीं इस रिपोर्ट में इस्लाम, आईएसआईएस, आतंकवादी घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा गया है कि पूरी दुनिया में इस धर्म के बारे में चर्चा हो रही है.प्यू का कहना है कि कई देशों की मुस्लिम आबादी के बारे ज्यादा जानकारी भी नहीं मिल पाई है.
मुस्लिमों के बारे में जब अमेरिकियों से राय जानी गई तो रिसर्च में कहा गया है कि वहां के ज्यादातर लोग इस धर्म के बारे में नहीं जानते हैं या फिर बहुत कम जानकारी रखते हैं.