नई दिल्ली: दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा गुरमेहर कौर का विवाद तूल पकड़ने के बाद एक जवान का वीडियो सामने आया है. ये वीडियो गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू ने अपने ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किया है. इस वीडियो में जवान ने कहा कि हम आतंकवाद से लड़ते रहे.
देश की सुरक्षा करने के लिए हम माओवाद से लड़ते रहे, नक्सलवाद से लड़ते रहे, लेकिन हमें पता ही नहीं चला कि हमारे देश के लिए सबसे ज्यादा खतरा उन आतंकवादियों से नहीं. उन नक्सलवादियों से नहीं, हमारे देश के लिए खतरा उन गद्दारों से है… जो भारत मुर्दाबाद के नारे लगाते हैं.
जो हमारे देश में रहते हुए भी तिरंगे को जलाते हैं, कोई बोलता है अफजल हम शर्मिंदा हैं, तेरे कातिल जिंदा हैं. बुरा इस बात का नहीं लगता दोस्तों… बुरा इस बात का लगता है कि ऐसी बात करने वालों के पीछे हमारे देश में हजारों-लाखों लोग खड़े हो जाते हैं. तब बुरा लगता है. मुंबई हमले के मास्टरमाइंड याकूब मेमन को फांसी की सजा सुनाई गई… जब उसे फांसी की सजा सुनाई गई, उसमें कोई बुराई नहीं.
लेकिन बुरा तब लगता है जब आतंकवादियों के जनाजे में हमारे देश के लाखों लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ता है. बुरा तब लगता है… दोस्तों हमारे देश की सरहद की सुरक्षा के लिए हमारे जवान हर दिन शहीद होते हैं… लेकिन तब हमारे देश के अंदर आवाज नहीं उठती. लेकिन जब हिंदूस्तान की सेना पाकिस्तान में जा कर सर्जिकल स्ट्राइक करती है तब वही हमारे देश के हजारो लोग हमारी सेना का सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत मांगते हैं तब बुरा लगता है.
दोस्तो संसद हमले का मास्टरमाइंड अफजल गुरू को फांसी की सजा दी जाती है उसमें कोई बुराई नहीं है. कोई दो राय नहीं है. लेकिन बुरा लगता है जब हमारे देश में उसको लिए शोक मनाया जाता है. जम्मू-कश्मीर में उसके लिए बंद बुलाया जाता है.
कहां से शुरू हुआ था मामला ?
बता दें कि दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में जेएनयू के छात्र उमर खालिद और शेहला राशिद को एक सेमिनार में संबोधित करने के लिए बुलाया गया था, लेकिन एबीवीपी के विरोध के चलते कार्यक्रम को स्थगित करना पड़ा. इस घटना के एक दिन बाद रामजस कॉलेज के बाहर प्रदर्शन करने आए आइसा के छात्रों की एबीवीपी कार्यकर्ताओं के साथ झड़प हो गई थी. उमर खालिद को पिछले साल कथित तौर पर भारत विरोधी नारेबाजी के लिए देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.