नई दिल्ली : अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने आइसा (AISA) समर्थकों के साथ कथित तौर पर मारपीट करने के आरोप में अपने दो समर्थकों को परिषद से निलंबित कर दिया है. हालांकि एबीवीपी के दोनों समर्थकों को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया है.
प्रशांत मिश्रा और विनायक शर्मा पर 28 फरवरी को जेएनयू के छात्रसंघ आइसा के कार्यकर्ता राज सिंह और उत्कर्ष भारद्वाज की पिटाई करने का आरोप लगा है, जिसके बाद पुलिस ने कल ही इनको गिरफ्तार कर लिया था और आज एबीवीपी ने अनुशासन तोड़ने की वजह से दोनों को परिषद से निलंबित करदिया है.
एबीवीपी के राष्ट्रीय मीडिया संयोजक ने एक विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि परिषद खालसा कॉलेज की लाल बत्ती के पास हुई मारपीट का विरोध करता है. परिषद का कहना है कि इस मामले में वह आतंरिक जांच भी कराएगा और उसी के मुताबिक आगे कार्रवाई की जाएगी. एबीवीपी ने मारपीट के मामले में दोनों पक्षों के दोषी छात्रों पर कार्रवाई की मांग की है.
क्या है रामजस कॉलेज विवाद ?
रामजस कॉलेज की लिटरेरी सोसाइटी ने इस सेमिनार का आयोजन किया था, जिसमें जेएनयू के उमर खालिद और शेहला राशिद को निमंत्रण दिया गया था, जिसका अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने कड़ा विरोध किया था, जिसके बाद कार्यक्रम तो रद्द कर दिया गया, लेकिन एबीवीपी और आईसा के छात्रों के बीच घमासान पैदा हो गया.